अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एलन मस्क की कंपनी SpaceX को अपने नए और महत्वपूर्ण मिशन ‘ड्रैगनफ्लाई’ को लॉन्च करने की जिम्मेदारी सौंपी है। यह मिशन सैटर्न के सबसे बड़े चंद्रमा ‘टाइटन’ पर जीवन की संभावनाओं की खोज करेगा। इस मिशन के तहत, एक रोटरक्राफ्ट लैंडर का इस्तेमाल किया जाएगा, जो टाइटन की सतह के अलग-अलग जगहों से नमूने इकट्ठा करेगा और उनका अध्ययन करेगा। इसका उद्देश्य टाइटन पर मौजूद पानी और कार्बन जैसे पदार्थों की खोज करना और यह समझना है कि क्या वहां जीवन के संकेत मौजूद हैं या नहीं।
SpaceX को इस मिशन के लिए 256.6 मिलियन डॉलर बजट दिया गया है और इस मिशन की लॉन्चिंग SpaceX के फाल्कन हेवी रॉकेट से होगी। लॉन्च की योजना जुलाई 2028 में फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से बनाई गई है। इस मिशन पर बात करते हुए नासा की विज्ञान मिशन निदेशालय के सह प्रशासक निकी फॉक्स ने कहा ‘ड्रैगनफ्लाई एक अद्भुत वैज्ञानिक मिशन है, जो पूरी दुनिया में लोगों की रुचि को आकर्षित कर रहा है। हम इसके अगले चरणों को लेकर बेहद उत्साहित हैं’। इसके साथ उन्होंने कहा कि ‘टाइटन पर खोज करना रोटरक्राफ्ट तकनीक को पृथ्वी से परे नई सीमाओं तक ले जाएगा।’
क्या है ड्रैगनफ्लाई मिशन?
ड्रैगनफ्लाई मिशन का डिजाइन अन्य सभी मिशन से अलग है। यह रोटरक्राफ्ट लैंडर सैटर्न के सबसे बड़े चंद्रमा ‘टाइटन’ पर उतरकर अलग-अलग जगहों पर जाकर वहां के वातावरण और सतह की विशेषताओं पर जानकारी देगा। बता दें कि टाइटन को एक खास चंद्रमा माना जाता है क्योंकि वहां कार्बन और पानी जैसे रसायन लंबे समय तक एक साथ मौजूद रहे हो सकते हैं। यह मिशन इस बात की भी जांच करेगा कि क्या वहां हाइड्रोकार्बन या पानी पर आधारित जीवन कभी विकसित हुआ था।
यह मिशन NASA के ‘न्यू फ्रंटियर्स प्रोग्राम’ का हिस्सा है और इसे जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में दुनिया भर के वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल हैं, जिनका अनुभव अंतरिक्ष के अलग-अलग हिस्सों की खोज में रहा है।
ड्रैगनफ्लाई मिशन सिर्फ टाइटन पर जीवन की संभावनाओं को समझने में मदद नहीं करेगा, बल्कि यह सौरमंडल में जीवन की खोज के लिए नई दिशाएं भी खोलेगा। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह मिशन मानवता के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा।