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सैकड़ों लोगों के चोरी हुए फोन मिल गए, सरकारी पोर्टल कर रहा मदद

सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) के CEIR पोर्टल की मदद से चोरी या गुम हो चुके कई फोन को पुलिस ने रिकवर कर असली मालिकों तक पहुंचाया है।

Image of tracking stolen phone

CEIR पर चोरी हुआ फोन होगा ट्रेस।(Photo Credit: Freepik)

भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा बनाए गए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) पोर्टल, मोबाइल फोन चोरी और नकली गैजेट्स के प्रसार को रोकने के लिए काम करती है। यह सिस्टम मोबाइल फोन के पहचान संख्या जिसे IMEI नंबर कहते हैं, का इस्तेमाल करके काम करती है, जिससे चोरी या गुम हुए फोन को ट्रैक और ब्लॉक किया जा सकता है।​

CEIR की मदद से कितने फोन हुए रिकवर?

2025 में, CEIR की मदद से कई राज्यों में बड़ी संख्या में चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। केरल में मार्च 2025 तक 6,000 से ज्यादा चोरी हुए फोन बरामद किए गए थे, जिनमें से कई फोन सेकंड-हैंड मोबाइल दुकान और पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई जैसे शहरों के चोर बाजारों से पाए गए थे।

 

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इसके साथ कर्नाटक राज्य में मोबाइल फोन की रिकवरी के लिए CEIR पोर्टल की मदद ली। जिसमें 3.46 लाख शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 1.83 लाख फोन ट्रेस किए गए थे। इसके साथ हालही में हरियाणा के फरीदाबाद में साइबर सेल पुलिस ने CEIR पोर्टल की मदद से 79 फोन ढूंढ निकाले थे और इन फोन्स को उनके असल मालिकों को लौटा दिए गए थे।

 

पिछले साल की यदि बात करें तो CEIR पोर्टल की मदद से 2024 में विभिन्न राज्यों में चोरी या गुम हुए मोबाइल फोनों की वसूली में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई। खासतौर पर, तेलंगाना राज्य में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला तेलंगाना पुलिस ने CEIR पोर्टल का इस्तेमाल करते हुए 2024 में 21,193 चोरी या गुम हुए मोबाइल फोनों को सफलतापूर्वक बरामद किया।

फोन कैसे पकड़े गए?

CEIR सिस्टम IMEI नंबर के जरिए काम करता है। जब कोई मोबाइल फोन चोरी या गुम हो जाता है, तो उसका IMEI नंबर CEIR पोर्टल पर रजिस्टर किया जाता है। इससे वह फोन सभी नेटवर्क पर ब्लॉक हो जाता है, जिससे वह किसी भी सिम कार्ड के साथ काम नहीं कर पाता। जब कोई व्यक्ति उस फोन का इस्तेमाल करने का प्रयास करता है, तो उसकी जानकारी ट्रैक की जाती है और पुलिस को सूचित किया जाता है, जिससे फोन की बरामद होने की संभावना बढ़ जाती है।​

CEIR कैसे काम करता है?​

व्हाइट लिस्ट: वैध IMEI नंबर वाले उपकरण जो नेटवर्क पर अनुमति प्राप्त हैं।​

 

ब्लैक लिस्ट: चोरी या गुम हुए उपकरणों के IMEI नंबर, जिन्हें नेटवर्क पर ब्लॉक किया जाता है।​

 

ग्रे लिस्ट: वे उपकरण जिनके IMEI नंबर संदिग्ध हैं या जिनकी स्थिति अभी निर्धारित नहीं हुई है।​

 

जब कोई यूजर अपना फोन खो देता है, तो वह CEIR पोर्टल पर जाकर अपने फोन का IMEI नंबर ब्लॉक कर सकता है। यह जानकारी सभी मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों के साथ साझा की जाती है, जिससे वह फोन किसी भी नेटवर्क पर काम नहीं कर पाता। जब फोन रिकवर हो जाती है, तो यूजर उसी पोर्टल पर जाकर उसे अनब्लॉक कर सकता है।​

 

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CEIR पर पंजीकरण प्रक्रिया

पुलिस रिपोर्ट दर्ज करें: अपने निकटतम पुलिस स्टेशन में मोबाइल फोन के गुम या चोरी होने की शिकायत दर्ज करें और रिपोर्ट की एक प्रति प्राप्त करें।​

 

डुप्लिकेट सिम प्राप्त करें: अपने दूरसंचार सेवा प्रदाता से उसी नंबर का डुप्लिकेट सिम कार्ड लें, क्योंकि रेजिस्ट्रेशन  के समय इस नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा।

 

जरूरी दस्तावेज तैयार करें: पुलिस रिपोर्ट की कॉपी, पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड) और यदि उपलब्ध हो तो मोबाइल खरीद की रसीद।

CEIR पोर्टल पर रजिस्टर करें

  • CEIR पोर्टल पर जाएं।​
  • 'Block Stolen/Lost Mobile' विकल्प चुनें।​
  • मांगी गई जानकारी भरें, जैसे मोबाइल नंबर, IMEI नंबर, डिवाइस ब्रांड और मॉडल।​
  • आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।​
  • फॉर्म सबमिट करें और प्राप्त अनुरोध आईडी को सुरक्षित रखें।​

इस प्रक्रिया के बाद, आपका मोबाइल फोन ब्लॉक हो जाएगा, जिससे उसके गलत इस्तेमाल को रोका जा सकेगा। फोन यदि मिल जाता है, तो आप CEIR पोर्टल पर 'Unblock Found Mobile' विकल्प का उपयोग करके उसे अनब्लॉक कर सकते हैं।

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