दुबई-जयपुर एयर इंडिया को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद विमान की जयपुर पर इमरजेंसी लैंडिंग की गई। वहीं, विस्तारा के तीन विमानों को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पिछले कुछ दिनों में कई एयरलाइंस को बम से उड़ाने की धमकी मिल रही हैं जिसके कारण कई फ्लाइट्स या तो डायवर्ट किए जा रहे हैं तो वहीं यात्रियों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा हैं। ऐसे में एविएशन सेफ्टी और खतरों से निपटने के प्रोटोकॉल को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो जाती है।
क्या है फोर्स मेज्योर?
प्राकृतिक आपदाएं, युद्ध, राजनीतिक अशांति, महामारी, सेफ्टी और बम की धमकियों से संबधित ऐसी कोई घटनाएं होती हैं तो एयरलाइंस फोर्स मेज्योर का ही हवाला देती है। फोर्स मेज्योर को आसान भाषा में समझें तो ऐसी घटनाएं जो एयरलाइंस के कंट्रोल के बाहर है। बम की धमकी भी फोर्स मेज्योर में आती है। ऐसी परिस्थिति में एयरलाइंस को इमरजेंसी लैंडिग या विमान को डायवर्ट करना पड़ता है।
ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता हैं कि क्या टिकट कैंसिल होने पर रिफंड मिलता है? आइये जान लेते है...
क्या है यात्रियों के अधिकार?
- बम धमकी के मामले में यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा जाता है। इमरजेंसी लैंडिंग के बाद यात्रियों को फ्लाइट से बाहर निकाला जाता हैं। यात्रियों को पूरी सिक्योरिटी दी जाती हैं। फ्लाइट की जांच की जाती है और इस दौरान यात्रियों को कई घंटों तक एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ सकता हैं। ऐसा भी होता है कि फ्लाइट कैंसिल तक हो जाती हैं।
- बम की धमकी मिलने के बाद अगर फ्लाइट कैंसिल हो जाती है तो यात्रियों को अगली फ्लाइट में रीबुकिंग या रिफंड का अधिकार दिया जाता है। वहीं, इस बीच अगर फ्लाइट देरी से चली तो एयरलाइन यात्रियों को डिसकाउंट या वाउचर कूपन भी देता है, लेकिन एयरलाइन इन सभी के बाध्य नहीं है।
- दरअसल, फोर्स मेज्योर घटनाओं में एयरलाइंस लोगों को रिफंड या पैसे देने के बाध्य नहीं है। हालांकि, एयरलाइन यात्रियों को हुई असुविधा से बचाने के लिए फ्री फूड या कूपन दे सकता है।