सोते समय कुछ लोगों को लाइट बंद करके सोने की आदत होती है। कुछ लोगों को लाइट जलाकर सोने की आदत होती है। हाल ही में एक स्टडी हुई है जिसमें बताया गया कि रोशनी में सोने से हृदय पर प्रभाव पड़ता है। सोते समय लाइट जलाकर सोने से दिमाग पर दबाव पड़ता है जिसके कारण आर्टीज में सूजन आती है और हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
स्टडी में पाया गया कि कमरे में जितनी ज्यादा आर्टिफिशियल लाइट ( जैसे स्ट्रीट लाइट, नाइट लैंप और स्क्रीन की रोशनी) होती है, उतना ही दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है। स्टडी में पाया गया कि 10 साल में 17% लोगों को हार्ट संबंधी बीमारियां हुई। स्टडी के लेखक ने पाया कि जो लोग जितने शोर वाले इलाके में रहते हैं उन्हें उतनी ज्यादा परेशानी होती है। यह स्टडी American Heart Association (AHA) Scientific Sessions 2025 में पब्लिश हुई है।
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नींद की क्वॉलिटी है हार्ट पर पड़ता है प्रभाव
2022 की एक स्टडी में पाया गया कि पूरी तरह से कमरे में अंधेरा सेहत के लिए अच्छा होता है। आपको अच्छी नींद आती है। हल्की रोशनी भी दिल की धड़कन को बढ़ा सकता है। गहरी नींद कम कर देती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को घटाता है। हम सभी जानते हैं कि स्क्रीन से ब्लू लाइट निकलती है जो हमारे नींद पर प्रभाव डालता है लेकिन इसमें आर्टिफिशियल लाइट भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 2014 की स्टडी में बताया गया कि अंधेरे में शरीर में मेलोटोनिन बनता है जिससे गहरी नींद आती है और दिल पर तनाव कम होता है।
रोशनी में शरीर में मेलोटोनिन बनना कम हो जाता है जिससे दिल और दिमाग एक्टिव मोड में रहता है। रात में लाइट जलाकर सोने से ब्लड प्रेशर पर भी प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा सुबह में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल भी बढ़ जाता है जो हार्ट स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाने का काम करता है। अच्छी नींद स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। 6 घंटे से कम की नींद के कारण
हार्ट अटैक का खतरा बहुत अधिक रहता है।
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रात में गहरी नींद के लिए अपनाएं ये टिप्स
- कमरे की लाइट बंद रखें।
- सोने से आधे घंटे पहले मोबाइल या टीवी बंद कर दें।
- बेडरूम में लाइट जलाकर न रखें।
- अगर बाहर की स्ट्रीट लाइट से रोशनी आती हैं तो आंखों पर स्लीप मास्क पहनें।
