उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अवैध तरीके से बेची जा रही कोडीन फास्फेट युक्त कफ सिरप के बड़े सिंडिकेट का खुलासा हुआ है। मामले में रांची के शैली ट्रेडर्स का नाम सामने आ रहा है। इस पर आरोप है कि कंपनी ने वाराणसी समेत प्रदेश के 90 से ज्यादा दवा थोक विक्रेताओं को अवैध रूप से 100 करोड़ की फेन्सीडिल कफ सिरप की सप्लाई की है। इसमें केवल वाराणसी के 26 मेडिकल स्टोर पर करीब 50 करोड़ की कफ सिरप भेजी गई।
ड्रग इंस्पेक्टर जुनाब अली ने बताया कि शुभम जायसवाल, पिता भोला प्रसाद सहित 28 दवा विक्रेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
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मामले की जांच में खुलासा
हाल ही में मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से करीब 20 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। इस मामले के बाद प्रशासन लगातार सिरप के स्टॉक की जांच कर रहा था। इस दौरान जांच में पता चला कि वाराणसी में रांची के शैली ट्रेडर्स की ओर से 2023-25 में ऐबट हेल्थ केयर से करीब 89 लाख रुपये की फैंसीडिल कफ सिरप की खरीद की गई थी।
बांग्लादेश से कनेक्शन
जांच में पता चला कि इन सिरप की सप्लाई और बिक्री केवल कागजों पर हुई है। इसका असली कनेक्शन बांग्लादेश से जुड़ा हुआ है। जांच में कहा गया है कि नशे के लिए इन सिरप की सप्लाई बांग्लादेश तक में की जाती थी। बताया जा रहा है कि लोग इसे 10 गुना ज्यादा कीमतों पर खरीद लेते हैं जिसके कारण इसके अच्छे खासे पैसे मिल जाते हैं। इन रुपयों का हिस्सा उन कारोबारियों को भी मिलता था जिनके नाम से वाराणसी में दवाइयों की खरीद-बिक्री की जा रही थी।
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इस मामले में जांच के दौरान बिक्री से जुड़ा कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। इसके साथ ही कई दुकानें बंद भी मिली। जानकारी में यह भी पता चला कि कुछ फर्म जिन्हें सिरप बेचा गया था वे अब बंद हो चुकी हैं जबकि नियम यह है कि इन दवाइयों की बिक्री का पूरा रिकॉर्ड दवा विक्रेताओं को रखना पड़ता है।
शुभम जायसवाल कौन?
शुभम जायसवाल वाराणसी में बैन कोडीनयुक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह वाराणसी का रहने वाला है और दवा कारोबार से जुड़ा हुआ है। शुभम मुख्य रूप से अपने पिता भोलानाथ प्रसाद के साथ मिलकर झारखंड के रांची स्थित अपनी फर्म मेसर्स शैली ट्रेडर्स और वाराणसी की मेसर्स न्यू वृद्धि फार्मा में काम करता था।
शुभम पर आरोप है कि उसका गिरोह प्रतिबंधित कफ सिरप की तस्करी बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश और कुछ खाड़ी देशों तक करता था। इस लेनदेन में हवाला का इस्तेमाल किया जाता था। शुभम इस समय फरार चल रहा है। पुलिस को संदेह है कि वह देश छोड़कर भाग गया होगा। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने पर विचार किया जा रहा है।
