जवाहर नवोद्य विद्यालय (जेएनवी) ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों से आने वाले छात्रों के लिए एक बेहतर विकल्प है। हर साल लाखों छात्र अलग-अलग लेवल पर JNV में एडमिशन के लिए सिलेक्शन टेस्ट देते हैं। यह टेस्ट केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से डिजाइन किया जाता है और इस टेस्ट को आयोजित करने की जिम्मेदारी भी सीबीएसई की ही होती है। इस परीक्षा को जवाहर नवोदय विद्यालय सिलेक्शन टेस्ट (जेएनवीएसटी) के नाम से जाना जाता है। यह नॉन-वर्बल और क्लास न्यूट्रल टेस्ट होता है।
जेएनवी में एडमिशन के लिए तीन अलग-अलग स्तरों पर परीक्षाएं होती हैं। सबसे पहले छठी क्लास में एडमिशन के लिए टेस्ट होता है। इसके बाद 9वीं क्लास में एडमिशन के लिए भी टेस्ट होता है। यह सिलेक्सन टेस्ट हर साल आयोजित किया जाता है। हर जिले में एससी और एसटी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए उनकी आबादी के हिसाब से सीटें आरक्षित की जाती हैं। इसके अलावा तीन प्रतिशत सीटें दिव्यांग बच्चों के लिए आरक्षित होती हैं। इस टेस्ट और एडमिशन प्रोसेस के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट navodaya.gov.in पर जा सकते हैं।
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6वीं, 9वीं और 11वीं में एडमिशन के लिए कर सकते हैं अप्लाई
जेएनवी में 6वीं, 9वीं और 11वीं में एडमिशन होते हैं। जिस जिले में यह विद्यालय होता है उसी जिले के छात्र इसमें अप्लाई कर सकते हैं। इन स्कूलों में एडमिशन के लिए वहीं के छात्र अप्लाई कर सकते हैं जिन्होंने पूरे एकेडमिक सेशन में किसी सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में 5वीं क्लास की पढ़ाई की हो और छठी क्लास में एडमिशन लेने के लिए उम्र 9 से 13 साल के बीच होनी चाहिए। इन स्कूलों में ग्रामीण कोटे के तहत भी सीटें रिजर्व होती है। इनमें एडमिशन लेने वाले उम्मीदवार को सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल तीसरी से पांचवी तक की पढ़ाई की होनी चाहिए और यह स्कूल किसी ग्रामीण इलाके में स्थित होना चाहिए। इसके साथ ही यह टेस्ट हर एक छात्र सिर्फ एक बार ही दे सकता है। छठी के अलावा 11वीं क्लास में एडमिशन के लिए भी सिलेक्शन टेस्ट होता है।
टेस्ट में क्या पूछा जाता है?
- दोनों लेवल पर अलग-अलग पैटर्न और सिलेब्स होता है। यह टेस्ट हिंदी, इंग्लिश समेत 21 भाषाओं में होता है। उम्मीदवार को फॉर्म भरते समय टेस्ट की भाषा का चयन भी करना होता है।
- क्लास 6- इस टेस्ट में मेंटल एबिलिटी (50 प्रतिशत प्रश्न), अर्थमैटिक (25 प्रतिशत प्रश्न) और लैंग्वेज (25 प्रतिशत प्रश्न) से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
- क्लास 9- यह पेपर ऑब्जेक्टिव और डिस्क्रिप्टिल टाइप में होता है और इसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है। इसमें हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स और साइंस से प्रश्न पूछे जाते हैं।
क्लास 11- क्लास 11वीं में बिना टेस्ट लिए ही एडमिशन होता है। इसके लिए 10वीं के बोर्ड में प्राप्त नंबरों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
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कैसे करें अप्लाई?
जवाहर नवोद्य विद्यालय में एडमिशन के लिए हर साल फॉर्म निकलते हैं। छठी क्लास में एडमिशन के लिए आम तौर पर अक्टूबर के महीने में अप्लीकेशन फॉर्म निकलते हैं और जिसंबर महीने में इसका सिलेक्शन टेस्ट होता है। इस साल 13 दिसंबर को देशभर में यह टेस्ट आयोजित किया जाएगा। 10वीं के रिजल्ट के बाद 11वीं क्लास में एडमिशन के लिए जून के महीने में अप्लीकेशन फॉर्म निकलते हैं। फॉर्म और एडमिशन के बारे में सारी जानकारी cbseitms.nic.in पर जाकर देख सकते हैं।