बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने प्रंचड बहुमत से वापसी की है। चुनाव में एक बार फिर साबित हो गया है कि बिहार में नीतीश युग अभी खत्म नहीं हुआ है। नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के इकलौते बड़े चेहरे हैं, सत्ता विरोधी लहर होने की बात विपक्ष बार-बार कह रहा था लेकिन हर चुनौती को धता बता वह और बड़े हो गए। उन्होंने 85 सीटें पर पार्टी को जीत दिलाई। जीत के बाद भी एनडीए गठबंधन की चुनौतियां कम नहीं हुईं है। मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसला होना अभी बाकी है। विपक्ष का एक धड़े का दावा है कि नीतीश कुमार सत्ता में नहीं लौटेंगे, उनकी जगह बीजेपी का मुख्यमंत्री हो सकता है।
शनिवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार में सक्रिय रूप से हिस्सा लेना चाहती है। पहले उनकी पार्टी विधानसभा में नहीं थी, इसलिए सरकार का समर्थन करती थी लेकिन हिस्सा नहीं लेती थी। अब 28 में से 19 सीटें जीतने के बाद वे मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।
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NDA में अब हो रहा है मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन
चिराग पासवान चाहते हैं सीएम बनें नीतीश
चिराग ने नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने का समर्थन किया। उन्होंने विपक्ष पर झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। चुनाव से पहले चिराग पासवान ने बिहार में कानून-व्यवस्था खराब होने की आलोचना की थी, लेकिन अब वे नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री तो नीतीश ही होंगे, JDU का मत साफ है
जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह और संजय झा ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। राजीव रंजन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री रहेंगे, कोई खाली जगह नहीं है। बिहार की जनता ने विकास के लिए नीतीश को चुना है।
नई सरकार में कौन होगा मंत्री?
पिछली सरकार में दो उपमुख्यमंत्री थे, बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा। अब यह व्यवस्था जारी रहेगी या नहीं, यह साफ नहीं है। चिराग पासवान की पार्टी ने 19 सीटें जीती हैं। जाहिर सी बात है कि एक डिप्टी सीएम का पद वह भी चाहेंगे। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मंच का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है, ऐसे में मंत्रिमंडल में ये दल भी हिस्सेदारी मांगेंगे।
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कब तक बनेगी सरकार?
एनडीए के नेता कह रहे हैं कि दो दिन में सरकार गठन की सभी फैसले हो जाएंगे। विधायक पटना आएंगे तो प्रक्रिया तेज होगी। नीतीश कुमार राज्यपाल से इस्तीफा देकर नई सरकार की शपथ की तारीख तय करेंगे। विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार कौन-कौन हैं?
सम्राट चौधरी, बिहार में बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार हैं। नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके हैं। लोकप्रिय नेता हैं। चिराग पासवान बिहार को बदलने की बात कहते हैं। एनडीए में अच्छी सीटें आईं हैं। महाराष्ट्र जैसा प्रयोग बीजेपी बिहार में भी कर सकती है। कम सीटों के बाद भी एकनाथ शिंदे को सीएम बना दिया था। सबसे बड़े दावेदार नीतीश कुमार ही हैं। उनके नाम पर सभी दलों की सहमति भी है।