पंजाब से पश्चिम बंगाल और बिहार से तमिलनाडु तक सीएम बनवाने का दावा करने वाले प्रशांत किशोर अपने ही प्रदेश की सियासत में चारों खाने चित हो चुके हैं। उनकी पार्टी जन सुराज की हालत इतनी खस्ता हो गई कि एक विधायक तक नहीं बनवा सकी। बिहार की जनता ने साबित कर दिया है कि सीएम बनवाने की तुलना में विधायक बनवाना ज्यादा कठिन काम है। कुल 238 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पीके की पार्टी के प्रत्याशियों को 201 विधानसभा क्षेत्र में 10 हजार से भी कम वोट मिले। मढ़ौरा इकलौती ऐसी सीट रही, जहां जन सुराज का प्रत्याशी दूसरे स्थान पर पहुंचा। 37 विधानसभा सीटों पर जनसुराज को 10 हजार से अधिक वोट मिले, लेकिन 131 सीटों पर उसके प्रत्याशी तीसरे स्थान रहे। इसके अलावा 72 चौथे, 23 पांचवें और आठ प्रत्याशी छठे स्थान पर रहे।
मढ़ौरा विधानसभा सीट पर जन सुराज के प्रत्याशी नवीन कुमार सिंह दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें कुल 58190 वोट मिले। चुनाव जीतने वाले आरजेडी प्रत्याशी जितेंद्र कुमार राय को कुल 86118 मत मिले। 238 में से पीके की पार्टी के 236 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो चुकी है। बिना प्रचार और बिना कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस के नोटा को 68 विधानसभा सीटों पर जन सुराज से अधिक वोट मिले। अगर वोट शेयर की बात करें तो जन सुराज को लगभग 3.44 फीसद वोट मिले हैं।
यह भी पढ़ें: लालू यादव परिवार में फूट, बेटी रोहिणी ने परिवार छोड़ राजनीति को कहा अलविदा
यहां तीसरे स्थान पर रही जन सुराज: रामनगर, बगहा, लौरिया, नौतन, रक्सौल, हरसिद्धि, कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, मोतिहारी, बथनाहा, खजौली, राजनगर, झंझारपुर, सिकटी, बनमनखी, पूर्णिया, कोढ़ा, दरभंगा, हयाघाट, जाले, मुजफ्फरपुर, बरुराज, साहेबगंज, बैकुंठपुर, गोरियाकोठी, बनियापुर, तरैया, अमनौर, सोनपुर, हाजीपुर, पातेपुर, मोहिउद्दीननगर, रोसड़ा, तेघरा, बेगूसराय, बिहपुर, पीरपैंती, भागलपुर, बांका, तारापुर, लखीसराय, बाढ़, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, आरा, अगियांव, शाहपुर, गया टाउन, हिसुआ, जमुई, नरकटिया, केसरिया, सुरसंड, रुन्नीसैदपुर, बाबूबरही, फूलपारस, निर्मली, सुपौल, त्रिवेणीगंज, आलमनगर, सोनबरसा, कुशेश्वर अस्थान, बेनीपुर, गाईघाट, मीनापुर, सकरा, कांटी, कुचायकोट, भोरे, हथुआ, जीरादेई, महराजगंज, एकमा, कल्याणपुर, वारिसनगर, हसनपुर, चेरिया- बरियारपुर, सुल्तानगंज, अमरपुर, धोरैया, बेलहर, शेखपुरा, अस्थावां, राजगीर, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा, हरनौत, मोकामा, फुलवारी, मसौढ़ी, संदेश, जगदीशपुर, नोखा, कुर्था, नवादा, ढाका, रानीगंज, रघुनाथपुर, परसा, उजियारपुर, मटिहानी, फतुहा, मनेर, जहानाबाद, मखदूमपुर, गोह, गोविंदगंज, बेलसंड, बोचहां, दरौली, बखरी, परबत्ता, बख्तियारपुर, चेनारी, शेरघाटी, चनपटिया, मनिहारी, जोकीहाट, कुटुंबा, इमामगंज, बाराचट्टी, अतरी, सिकंदरा, बाजपट्टी, पालीगंज और सहरसा।
यहां चौथे नंबर पर रही: नरकटियागंज, बेतिया, चिरैया, रीगा, परिहार, बेनीपट्टी, छातापुर, प्राणपुर, अलीनगर, केओटी, कुरहानी, सिवान, दारौंदा, छपरा, लालगंज, बछवाड़ा, कटोरिया, बिहार शरीफ, बिक्रम, तरारी, बक्सर, मोहनिया, भभुआ, गुरुआ, वजीरगंज, सिकटा, शिवहर, हरलखी, लौकाहा, पिपरा, ठाकुरगंज, बिहारीगंज, सिंहेश्वर, बहादुरपुर, बड़हरिया, मांझी, वैशाली, समस्तीपुर, सरायरंजन, अलौली, खगड़िया, बेल्दापुर, गोपालपुर, सूर्यगढ़ा, बरबीघा, डुमरांव, राजपुर, चैनपुर, करगहर, झाझा, बिस्फी, मधेपुरा, महिषी, पारू, गरखा, राघोपुर, मोरवा, बोधगया, वारसालीगंज, सुगौली, सिमरी बख्तियारपुर, नाथनगर, देहरी, राजौली, गोबिंदपुर, किशनगंज, बहादुरगंज, मधुबनी, सासाराम, काराकाट, बिभूतिपुर और रामगढ़।
इन सीटों पर पांचवें नंबर पर रही: कटिहार, गौरा बौराम, औराई, मुंगेर, अरवल, औरंगाबाद, रूपौली, धमदाहा, बरारी, दरभंगा ग्रामीण, बरौली, राजा पाकर, महनार, जमालपुर, नबीनगर, रफीगंज, साहेबपुर कमाल, टिकारी, अररिया, कोचाधामन, अमौर, बायसी और दिनारा।
यह भी पढ़ें: छपरा में खेसारी लाल यादव को हराने वाली छोटी कुमारी कौन हैं?
छठे नंबर: नरपतगंज, बड़हरा, कदवा, कहलगांव, घोसी, बेलागंज, ओबरा और फारबिसगंज। इसके अलावा सीतामढ़ी, गोपालगंज, दानापुर, ब्रह्मपुर और वाल्मीकिनगर सीट पर जन सुराज ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था।
वो सीटें, जहां जन सुराज को 10 हजार से ज्यादा वोट मिले
जन सुराज को लौरिया, नौतन, रक्सौल, चिरैया, झंझारपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, बरुराज, सोनपुर, रोसड़ा, दीघा, कुम्हरार, मोहनिया, केसरिया, शिवहर, गाईघाट, जीरादेई, कल्याणपुर, वारिसनगर, चेरिया - बरियारपुर, अस्थावां, मोकामा, फुलवारी, राजपुर, करगहर, नवादा, परसा, सुगौली, बेलसंड, बखरी, शेरघाटी, चनपटिया, जोकीहाट, इमामगंज, सिकंदरा, सहरसा और बिभूतिपुर में 10 हजार से अधिक वोट मिले हैं।