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बिहार कांग्रेस में बढ़ी कलह, कई नेता धरने पर बैठे; महिला अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रदेश प्रभारी और अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बीच महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शरबत जहां फातमी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने टिकट वितरण में महिलाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।

 Bihar Congress News.

पटना में कांग्रेस नेताओं का प्रदर्शन। (Photo Credit: ANI)

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संजय सिंह, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बावजूद कांग्रेस के भीतर घमासान जारी है। सदाकत आश्रम में धरने में बैठे नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और प्रदेश प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की। विरोधी नेताओं ने दोनों पर चुनाव के दौरान पार्टी को बेचने का आरोप लगाया। उनका दावा है कि पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया गया। 

 

उन्होंने बिहार में तत्काल कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की मांग भी की। दूसरी तरफ कांग्रेस की अनुशासन समिति ने इन बागी नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि अभी तक किसी नेता ने पार्टी को अपना जवाब नहीं भेजा है। धरना पर बैठे नेताओं का कहना है कि अनुशासन समिति की आड़ में विरोध को दबाने की कोशिश की जा रही है। धरना पर बैठे कांग्रेस नेता आनंद माधव ने बताया कि पार्टी के इन नेताओं ने भाजपा और आरएसएस के लोगों के हाथ टिकट बेचा है। समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की।

 

 

 

 

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महिला अध्यक्ष का इस्तीफा

बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शरबत जहां फातमी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका आरोप है कि 28 महीने के कठिन परिश्रम के बाद उन्होंने पूरे प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत किया, लेकिन टिकट वितरण के समय महिलाओं को मामूली प्रतिनिधित्व दिया गया। जिन महिलाओं ने समर्पित भाव से संगठन के लिए काम किया, उनकी भी उपेक्षा की गई। ऐसी स्थिति में नैतिकता के आधार पर अध्यक्ष पद पर बने रहना मेरे लिए उचित नहीं होगा। 

परिवारवाद पर तेजस्वी के तीखे सवाल

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने परिवारवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा। उन्होंने आरोप लगाया है कि मंत्रिमंडल में 10 ऐसे मंत्रियों को शामिल किया गया है, जिनको राजनीति विरासत में मिली है। सबसे ज्यादा आपत्ति उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश को पंचायती राज मंत्री बनाने पर हुई है। दीपक न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधान परिषद के। बावजूद इसके उनको मंत्री पद से नवाजा गया है। 

 

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दूसरी आपत्ति जीतनराम मांझी के परिवार से जुड़ी है। जीतनराम मांझी खुद केंद्रीय मंत्री हैं। उनके पुत्र संतोष सुमन राज्य सरकार के लघु जल संसाधन मंत्री हैं। पुत्रवधु, दामाद और समधन भी विधायक हैं। तेजस्वी ने सवाल पूछा है कि क्या यह परिवारवाद नहीं है। उन्होंने सम्राट चौधरी, श्रेयसी सिंह, रमा निषाद, विजय चौधरी, अशोक चौधरी, लेशी सिंह और सुनील कुमार पर भी सवाल उठाए। तेजस्वी ने कहा कि इन लोगों को विरासत में राजनीति मिली है।

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