ऑस्ट्रेलिया ने एशेज 2025-26 के पहले मुकाबले में इंग्लैंड को 8 विकेट से हरा दिया है। पर्थ स्टेडियम में सिर्फ 2 दिन तक चले इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने बाजी मार 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। कंगारू टीम की इस बड़ी जीत के हीरो ट्रेविस हेड रहे। ओपनिंग करने उतरे हेड ने 83 गेंद में 123 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। हेड की आतिशी बल्लेबाजी के बूते ऑस्ट्रेलिया ने 205 रन का टारगेट 28.2 ओवर में ही हासिल कर लिया।
इंग्लैंड का घमंड चकनाचूर
मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया था। मिचेल स्टार्क (7 विकेट) की तूफानी गेंदबाजी के सामने उसकी पहली पारी 172 रन पर ही सिमट गई। कप्तान बेन स्टोक्स ने 5 विकेट लेकर इंग्लैंड की वापसी करवाई और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 132 रन पर ढेर कर दिया। इंग्लैंड को 40 रन की बढ़त मिली। हालांकि वह इस महत्वपूर्ण बढ़त का फायदा नहीं उठा पाई और दूसरी पारी में 164 पर ऑलआउट हो गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया के सामने उसने 205 रन का टारगेट रखा, जो हेड के तूफान में छोटा पड़ गया।
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हेड ने मार्नस लाबुशेन (नाबाद 51) के साथ मिलकर 'बैजबॉल' स्टाइल में इंग्लिश गेंदबाजों की चौतरफा धुनाई की और मुकाबला ऑस्ट्रेलिया की झोली में डाल दिया। इंग्लैंड को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम की कप्तान-कोच की जोड़ी का एक ऐसा रिकॉर्ड टूट गया है, जिस पर वे इतराते होंगे। दरअसल, स्टोक्स-मैकुलम के 'बैजबॉल' युग में इंग्लैंड टीम पहली बार विदेशी सरजमीं पर किसी टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट हारी है। इससे पहले उसने 5 विदेशी सीरीज में जीत के साथ शुरुआत की थी, जिसमें भारत के खिलाफ 2024-25 की सीरीज भी शामिल है।
'बैजबॉल' युग में घर से बाहर किसी टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड का रिकॉर्ड
- 2022 में पाकिस्तान को हराया
- 2023 में न्यूजीलैंड को हराया
- 2024 में भारत को हराया
- 2024 में पाकिस्तान को हराया
- 2024 में न्यूजीलैंड को हराया
- 2025 में ऑस्ट्रेलिया से हारा
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100 साल से भी ज्यादा समय बाद पहली बार हुआ ऐसा
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पर्थ में खेला गया एशेज ओपनर 2 दिन तक ही चल सका। यह छठी बार है, जब एशेज टेस्ट 2 दिन में खत्म हुआ। ऐसा आखिरी बार 1921 में नॉटिंघम में हुआ था। यानी 104 साल बाद यह पहला मौका है, जब एशेज टेस्ट 2 दिन के अंदर खत्म हुआ। पर्थ में 847 गेंद में ही नतीजा निकल गया। गेंद के लिहाज से यह पिछले 130 सालों में सबसे छोटा एशेज टेस्ट मैच रहा।
गेंद के लिहाज से सबसे छोटे एशेज टेस्ट
- 788 गेंद - मैनचेस्टर, 1888
- 792 गेंद - लॉर्ड्स, 1888
- 847 गेंद - पर्थ, 2025
- 911 गेंद - सिडनी, 1895