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हरियाणा DGP ओपी सिंह के साले चुनाव जीते, साली हार गईं, नाम पता है?

ओपी सिंह जिस परिवार के दामाद हैं, बिहार की सियासत में उस परिवार का रसूख है। उनके रिश्तेदार कौन हैं, आइए जानते हैं।

DGP OP Singh

दिव्या गौतम, डीजीपी ओपी सिंह और नीरज कुमार बबलू। (Photo Credit: Khabargaon)

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हरियाणा के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह का बिहार कनेक्शन तो सब जानते हैं। वह बिहार के जमुई जिले से आते हैं, जहां बीजेपी ने सफलता के झंडे गाड़े हैं। वह खुद बिहार के रसूखदार परिवार से आते हैं। ओपी सिंह, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं। नीरज कुमार सिंह, सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई हैं। इस रिश्ते से बिहार सरकार में मंत्री रहे नीरज कुमार बबलू, डीजीपी ओपी सिंह के साले हैं। नीरज ने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। उनकी साली दिव्या गौतम चुनाव हार गईं हैं। वह सुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन हैं।

नीरज कुमार बबलू, भारतीय जनता पार्टी के चर्चित नेताओं में शुमार हैं। वह जेडीयू में भी रहे हैं, अब बीजेपी में हैं। उन्होंने छातापुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की है। नीरज कुमार बबलू को 122491 वोट पड़े थे, उन्होंने 16178 वोटों से राष्ट्रीय जनता दल के डॉ. विपिन कुमार सिंह को हरा दिया था। विपिन कुमार सिंह को 106313 वोट पड़े थे।

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DGP ओपी सिंह के साले जीते, साली चुनाव हार गईं 

ओपी सिंह के साले नीरज कुमार बबलू चुनाव जीतने में कामयाब हो गए, वहीं साली दिव्या गौतम हार गईं। वह सुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन हैं। वह पटना की दीघा विधानसभा से चुनावी मैदान में थीं। बिहार चुनाव में उनके नाम की चर्चा खूब हुई लेकिन सियासी तौर पर फायदा नहीं मिल पाया। वह जेएनयू से पढ़ी लिखी हैं।

दिव्या गौतम कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन) के टिकट पर दीघा से चुनावी मैदान में उतरीं लेकिन हार मिली। बीजेपी के संजीव चौरसिया ने उन्हें 59079 वोटों से हरा दिया। संजीव चौरसिया को 11100  वोट पड़े, वहीं दिव्या गौतम को महागठबंधन के मजबूत समर्थन के बाद भी 51922 वोट पड़े। तीसरे नंबर पर जन सुराज के रितेश रंजन सिंह उर्फ बिट्टू सिंह रहे, उन्हें कुल 22071 वोट पड़े।  

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दिव्या गौतम और इमरान प्रतापगढ़ी।

क्यों चर्चा में हैं डीजीपी ओपी सिंह?

हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह इन दिनों अपने बयानों और पुलिस प्रशासन में किए गए क्रांतिकारी बदलावों की वजह से चर्चा में हैं। उन्होंने अपराधियों को सख्त चेतावनी दी है। उनका एक बयान हाल के दिनों में सुर्खियों में रहा, जिसमें उन्होंने कहा था कि थार और बुलेट पर बदमाश चलते हैं।

ओपी सिंह हरियाणा पुलिस में पारदर्शिता, जनसंपर्क और सहयोग केंद्र बनाने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी कर चुके हैं। उन्होंने पुलिस कर्मियों को जनता के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने, सार्वजनिक सहायता केंद्र बनाए जाने और शिकायतों के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया है कि गैर जरूरी औपचारिकता पुलिस खत्म करे और लोगों से सहजता से मिले। 

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कौन हैं ओपी सिंह?

ओपी सिंह 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। हाल ही में जब हरियाणा के तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जबरन छुट्टी पर भेजा गया, तब उन्हें हरियाणा पुलिस के महानिदेशक बनाया गया। वह कार्यवाहक DGP हैं। वह अपनी अलग कार्यशैली और पुलिस सुधारों की वजह से चर्चा में हैं। हाल के दिनों में उनकी कई चिट्ठियां सुर्खियों में रहीं हैं।

 


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