केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 'स्टार्टअप महाकुंभ 2025' में कहा है कि भारतीय स्टार्टअप का इकोसिस्टम डिलीवरी ऐप के आसपास घूम रहा है, जिसमें कम मजदूरी में भारत के पढ़े लिखे लोगों को काम करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि क्या देश को यह देखकर खुश होना चाहिए कि यहां की युवा आबादी डिलीवरी बॉय/गर्ल बनें। पीयूष गोयल के इस बयान पर अब विवाद खड़ा हो गया है। जेप्टो (Zepto) के CEO आदित पलीचा ने केंद्रीय मंत्री के इस बयान की कड़ी आलोचना की है।

जेप्टो (Zepto) के CEO आदित पलीचा ने कहा है कि भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की आलोचना करना आसान है लेकिन इस इंडस्ट्री से लाखों लोगों को नौकरियां मिल रही हैं, हजारों करोड़ का टर्नओवर हो रहा है, जिससे सरकार को टैक्स मिल रहा है। लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है, जिन्हें काम नहीं मिल रहा था।  

क्यों आदित पलीचा को आया गुस्सा?
आदित पलीचा ने लिखा, 'इंटरनेट स्टार्टअप की आलोचना करना भारत में आसान है, खासतौर पर तब, जब आप उनकी तुलना अमेरिका और चीन जैसे देशों के तकनीकी दक्षता के साथ कर रहे हों। हम अपना उदाहरण देते हुए कह रहे हैं कि करीब 1.5 लाख लोग जेप्टो को जरिए रोजगार हासिल कर रहे हैं। यह कंपनी अभी 3.5 साल पुरानी भी नहीं है। 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा टैक्स  सरकार को हर साल दे रही है, लाखों करोड़ों का निवेश लेकर आई है, इस स्पलाई चेन में हजार करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश आ चुका है। ताजे फल और सब्जियां के मामले में यह ऐप काम कर रहा है। अगर यह भारत के इनोवेशन में चमत्कार नहीं है तो मैं सच कहता हूं कि मुझे नहीं पता कि यह क्या है।'

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Zepto के CEO ने गिनाई भारत की कमियां
आदित पलीचा ने कहा, 'भारत के पास अपना बड़े स्तर AI का फाउंटेशनल मॉडल क्यों नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे पास अपनी इंटरनेट की बड़ी कंपनियां नहीं हैं। ज्यादातर टेक्नोलॉजी आधारित इनोवेशन बीते 2 दशक में कंज्युमर इंटरनेट कंपनियों की ओर से आई हैं। कौन क्लाउड कंप्युटिंक को बढ़ा सकता है? अमेजन, शुरुआत में एक कंज्युमर इंटरनेट कंपनी रही, कौन हैं आज की दुनिया में AI के बड़े प्लेयर, फेसबुक, गूगल, अलीबाबा, टेनसेंट। सबकी शुरुआत कंज्युमर इंटनेट कंपनी के तौर पर हुई थी।'



'हमें तैयार करने होंगे इंटरनेट चैंपियन'
आदित पलीचा ने कहा, 'हमें स्थानीय स्तर पर इंटरनेट के चैंपियन तैयार करने होंगे। हम इससे हजारों मिलियन डॉलर की कमाई कर सकते हैं, हम कैश फ्लो को बढ़ा सकते हैं, अगर हम चाहते हैं कि टेक्नोलॉजिकल रिवोल्यूशन आए।'

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'खिंचाई मत कीजिए, साथ दीजिए'

उन्होंने कहा, 'स्टार्टअप इकोसिस्टम सरकार के बड़े स्तर पर सहयोग की जरूरत है, अगर स्थानीय स्तर पर चैंपियन तैयार करने हैं। उन टीमों की खिंचाई करने से यह नहीं होगा, जो वहां पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही हैं।'

आदित पलीचा ने कहा, 'जेप्टो अभी दुनिया में अलख जगाने के लिए बड़ी इंटरनेट कंपनी बनने से बहुत दूर है। हर दिन हम लेकिन वह बनने की कोशिश कर रहे हैं। हम वादा करते हैं कि कोई भी पूंजी जो हम इस बिजनेस से बना रहे हैं, उसे लॉन्ग टर्म इनोवेशन के लिए खर्च करेंगे। मैं अपने जीवन के कुछ दशक इस पर लगाने वाला हूं। भारतीय अर्थव्यवस्था में विविधता लाएं, जैसे अमेरिकियों ने दशकों पहले किया था। हमारे पर पूंजी है, योग्यता है, हमें उसे लागू करने की जरूरत है।'

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पीयूष गोयल ने क्या कहा था?
स्टारअप महाकुंभ में बोलते हुए पीयूष गोयल ने कहा था, 'कई भारतीय स्टार्टअप फूड डिलीवरी ऐप और हाइपरफास्ट लॉजिस्टिक्स पर आधारित हैं। उनका ध्यान दूसरी क्षेत्रों पर नहीं है। आज भारतीय स्टार्टअप क्या कर रहे हैं? हम फूड डिलीवरी ऐप पर ध्यान देते हैं, बेरोजगार युवाओं को सस्ते मजदूर बनाते हैं, जिससे धनी लोगों को बिना अपने घरों से बाहर आए हुए खाना मिल जाए। हमें गर्व है कि भारत ने जो किया है लेकिन क्या हम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं, अभी नहीं।'