स्कूल लाइफ से कॉलेज लाइफ में एंट्री लेते ही जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। एक आजादी के अनुभव के साथ-साथ जिम्मेदारी भी बढ़ती है और खर्चे भी। कॉलेज में किताबों, क्लास और एग्जाम के साथ-साथ स्टूडेंट्स को अपने खर्चों की भी चिंता रहती है। हॉस्टल फीस, मोबाइल रिचार्ज, इंटरनेट, बाहर का खाना, घूमना-फिरना और छोटी-छोटी जरूरतों के लिए पॉकेट मनी की जरूरत पड़ती ही है। कई बार घर से मिलने वाला पैसा कम पड़ जाता है और कई स्टूडेंट अपने घर से पॉकेट मनी मांगने में हिचकिचाते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स पर मानसिक दबाव बढ़ने लगता है लेकिन अच्छी बात यह है कि अब कॉलेज में पढ़ते हुए भी छात्र-छात्राएं आसानी से पैसा कमा सकते हैं।
विदेश में बहुत सारे स्टूडेंट्स अपने खर्च निकालने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ काम करते हैं। इसे कई देशों में एजुकेशन कल्चर के रूप में भी जाना जाता है। भारत में भी स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ काम करना चाहते हैं। सरकार भी इस दिशा में काम कर रही है। अर्न वाइल लर्न यानी पढ़ते समय कमाई करो जैसी स्किम्स कई यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में चलाई जा रही हैं। इनके तहत स्टूडेंट्स को महीने में कुछ निर्धारित समय कॉलेज की लाइब्रेरी या अन्य जगह काम करना होता है, जिसके बदले स्टूडेंट्स को पैसा मिलता है। इसके अलावा भी कई तरीके हैं जिनसे बिना पढ़ाई को नुकसान पहुंचाए अपनी पॉकेट मनी का इंतजाम किया जा सकता है।
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पार्ट टाइम जॉब
कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए पार्ट टाइम जॉब सबसे पुराना और भरोसेमंद तरीका है। आज लगभग हर शहर में कैफे, रेस्टोरेंट, शोरूम, मॉल और कॉल सेंटर में पार्ट टाइम काम आसानी से मिल जाता है। इसके अलावा लाइब्रेरी असिस्टेंट, डाटा एंट्री, ऑफिस हेल्पर या इवेंट मैनेजमेंट जैसे काम भी किए जा सकते हैं। पार्ट टाइम जॉब का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें तय समय पर तय पैसे मिलते हैं, जिससे महीने का बजट संभालना आसान हो जाता है। स्टूडेंट्स अपने क्लास टाइम के अनुसार शिफ्ट चुन सकते हैं। इसमें आप अपनी स्किल्स के अनुसार, भी काम चुन सकते हैं। इससे आपकी पॉकेट मनी का इंतजाम तो हो ही जाएगा साथ में आपको अनुभव भी मिलेगा।
ऑनलाइन फ्रीलांसिंग
फ्रीलांसिंग सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए कमाई का एक बढ़िया जरिया बन गया है। अगर किसी स्टूडेंट के पास लिखने, डिजाइन बनाने, वीडियो एडिटिंग, प्रोग्रामिंग या डिजिटल मार्केटिंग जैसी स्किल हैं तो वह ऑनलाइन फ्रीलांसिंग करके हर महीने हजारों रुपये कमा सकता है। आजकल कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइन, सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसे काम की काफी मांग है। फ्रीलांसिंग में स्टूडेंट्स अपने हिसाब से काम चुन सकते हैं और जितना ज्यादा काम करेंगे, उतनी ही ज्यादा कमाई होगी। फ्रीलांसिंग में प्रोजेक्ट बेसड काम होता है। इसलिए आप जब पढ़ाई का प्रेशर कम हो तब अल ग-अलग प्रोजेक्ट्स में काम कर सकते हैं।
ट्यूशन पढ़ाकर कमाई
कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए ट्यूशन पढ़ाना एक आसान और सम्मानजनक तरीका है। अगर आपकी किसी विषय पर अच्छी पकड़ है तो आप स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। मैथ्स, साइंस, इंग्लिश और कॉमर्स जैसे विषयों की हमेशा मांग रहती है। आप घर जाकर या अपने हॉस्टल में भी बच्चों को पढ़ा सकते हैं। आजकल ऑनलाइन ट्यूशन का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें मोबाइल या लैपटॉप से पढ़ाकर पैसे कमाए जा सकते हैं। ट्यूशन पढ़ाने से न सिर्फ पैसा मिलता है बल्कि खुद की पढ़ाई भी मजबूत होती है। कई स्टूडेंट्स इसी तरीके से अपनी पूरी कॉलेज फीस तक निकाल लेते हैं।
ट्यूशन पढ़ाने को लेकर आपके पास अब इस पारंपरिक तरीके के अलावा भी एक तरीका है। अगर आप किसी सब्जेक्ट में एक्सपर्ट हैं तो आपको कई विकल्प मिल सकते हैं। अगर आप पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम में पढ़ाई या रिसर्च कर रहे हैं तो आप किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ सकते हैं। इसमें आपको ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाना होगा या फिर किसी प्लेटफॉर्म के लिए वीडियो बनानी होगी। इसके साथ ही कई विकसित देशों में ऑनलाइन ट्यूटर की मांग भी बहुत ज्यादा है। इन देशों में भारत जैसे देशों से ट्यूटर्स को ऑनलाइन मोड में नौकरी मिल जाती है। आप दिन में 1-2 घंटे पढ़ाकर भी 5-6 हजार रुपये महीने का कमा सकते हैं।
सोशल मीडिया और कंटेंट क्रिएशन
आज का दौर सोशल मीडिया का है और स्टूडेंट्स इसमें काफी एक्टिव रहते हैं। अगर आपको वीडियो बनाना, फोटो क्लिक करना या कुछ नया बताना पसंद है तो कंटेंट क्रिएशन आपके लिए कमाई का जरिया बन सकता है। यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर अच्छे कंटेंट को हमेशा प्रमोट करता है। यह तरीका नया है और पारंपरिक तरीके से बिल्कुल अलग है। इस तरीके से आपको ग्रो करने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन जब आप ग्रो कर जाएंगे तो आपको ब्रांड प्रमोशन, स्पॉन्सरशिप और ऐड के जरिए पैसा मिलने लगेगा। कई कॉलेज स्टूडेंट्स आज सोशल मीडिया से अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं और अपनी अलग पहचान भी बना रहे हैं। कॉलेज के बाद इसे करियर ऑप्शन के रूप में भी चुना जा सकता है।
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इंटर्नशिप
आपको कॉलेज कैंपस या फिर कॉलेज के पास ही कहीं पेड इंटर्नशिप भी मिल सकती है। आजकल कई स्टार्टअप कॉलेज कैंपस से ही टैलेंट खोजते हैं और स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप या पार्ट टाइम काम का मौका देते हैं। इन कामों में सीखने का मौका ज्यादा मिलता है और भविष्य में जॉब के रास्ते भी खुलते हैं। कई सरकारी डिपार्टमेंट भी कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए इंटर्नशिप निकालते हैं, जिनमें आप अनपी सेमेस्टर ब्रेक या फिर छुट्टी वाले दिन जाकर काम करके पैसा कमा सकते हैं। इंटर्नशिप करके आप पैसे के साथ-साथ अपनी सीवी भी मजबूत कर सकते हैं। इससे आपको भविष्य में जॉब मिलने में आसानी होगी। इंटर्नशाला जैसे प्लेटफॉर्म पर आप इंटर्नशिप देख सकते हैं।
कॉलेज लाइफ में पैसे की कमी अब कोई बड़ी समस्या नहीं रही। सही जानकारी और थोड़ी मेहनत से स्टूडेंट्स ना सिर्फ अपनी पॉकेट मनी कमा सकते हैं बल्कि अपने करियर की भी शुरूआत कर सकते हैं। कई स्टूडेंट्स अपनी कॉलेज लाइफ के दौरान इंटर्नशिप से शुरूआत करते हैं और कॉलेज खत्म होने के बाद उसी संस्था में उन्हें नौकरी मिल जाती है। अगर आप सही से टाइम मैनेजमेंट कर सकते हैं तो कॉलेज में अपनी पढ़ाई को बिना नुकसान पहुंचाए आप पॉकेट मनी का इंतजाम कर सकते हैं।
