कई परीक्षाओं का आयोजन करवाने वाले स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) ने अब अभ्यर्थियों की सहूलियत और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए कुछ बड़े बदलाव किए हैं। इसके लिए एसएससी ने नियम बनाया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी अब परीक्षा के बाद क्वेश्चन पेपर और आंसर देख सकेंगे। इसके साथ ही नया नॉर्मलाइजेशन सिस्टम भी जारी कर दिया है।
इस बदलाव के संबंध में शुक्रवार को कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि इस कदम से अभ्यर्थी आंसर-की के साथ आपत्ति दर्ज कर सकेंगे। साथ ही अपने इस्तेमाल के लिए क्वेश्चन पेपर की कॉपी भी रख सकेंगे। बयान में कहा गया है कि यह कदम परीक्षा की निष्पक्षता और उम्मीदवार के कल्याण के बीच संतुलन स्थापित करते हैं।
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क्या है नॉर्मलाइजेशन सिस्टम?
SSC ने इक्वि-पर्सेंटाइल नॉर्मलाइजेशन नाम का नया नॉर्मलाइजेशन सिस्टम लागू किया है। जो उम्मीदवारों का मूल्यांकन उनके मूल नंबरों के बजाय पर्सेंटाइल मार्क्स के आधार पर करती है। यह सिस्टम विभिन्न परीक्षा प्रणालियों की अलग-अलग कठिनाई स्तरों के कारण होने वाले किसी भी फायदे या नुकसान को दूर करती है। अगर एक शिफ्ट का पेपर दूसरी शिफ्ट से कठिन है, तो नॉर्मलाइजेशन सुनिश्चित करता है कि परिणाम निष्पक्ष रहे और किसी को नाजायज फायदा या नुकसान न हो।
चुनौती देनी की फीस घटी
स्टाफ सेलेक्शन कमीशन परीक्षाओं की जो आसंर की जारी करती है उसमें अगर किसी छात्र को आपत्ति होती है तो वह अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है। आपत्ति दर्ज करवाने के लिए उम्मीदवार को अब तक 100 रुपये प्रति प्रश्न देने होते थे लेकिन अब इस फीस को घटा दिया गया है। 3 अक्टूबर को जारी बयान में कहा गया है कि अब आसंर-की पर आपत्ति दर्ज करवाने की फीस 100 रुपये से घटाकर 50 रुपये कर दी गई है। यह उन छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है जो फीस के चलते आंसर की पर आपत्ति नहीं दर्ज कर पाते थे।
हेल्प लाइन नंबर भी किया जारी
SSC की परीक्षाओं में कई अभ्यर्थियों को अलग-अलग लेवल पर समस्याओं का सामना करना पड़ा है। ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए SSC ने अब टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके साथ ही ऑनलाइन शिकायत पोर्टल भी शुरू किया गया है। ऐसे में यहां आप परीक्षा से संबंधित किसी भी जानकारी या कोई शिकायत दर्ज करवाने के लिए कॉल कर सकते हैं। इसके साथ ही SSC ने प्रश्नपत्रों को लीक होने से बचाने के लिए उन्हें डिजिटल वॉल्ट सिस्टम के माध्यम से सुरक्षित रूप से ट्रांसफर करने की योजना भी बनाई है। साथ ही निगरानी प्रक्रिया को और ज्यादा मजबूत बनाने पर जोर देने की बात भी कही है।
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मार्च 2026 तक होंगी कई परीक्षाएं
SSC ने अक्टूबर से मार्च 2026 के बीच होने वाली कई परीक्षाओं के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, सीएचएसएल, एमटीएस, जूनियर इंजीनियर, कांस्टेबल, दिल्ली पुलिस और CAPFs, सब-इंस्पेक्टर (दिल्ली पुलिस और CAPFs) समेत कई परीक्षाएं मार्च 2026 से पहले आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं में यह नए बदलाव लागू होंगे। वहीं SSC- CGL टियर-1 की परीक्षा में प्रभावित अभ्यर्थियों को दोबारा से 14 अक्टूबर को परीक्षा देने का मौका दिया गया है। इस परीक्षा के लिए कुल 28 लाख आवेदन आए थे।
