अलीनगर विधानसभा सीट दरभंगा जिले में आती है। यह एक सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। अलीनगर, दरभंगा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर है। इसके पूर्व में सुपौल औ दक्षिण में समस्तीपुर जिला आता है, जो लगभग 65 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा अलीनगर ऐसी जगह पर स्थित है जहां से मुजफ्फरपुर (78 किमी), मधुबनी (40 किमी) और सीतामढ़ी (85 किमी) दूर है।
यहां महादेव मंदिर भैरव स्थान मंदिर और मस्जद अक्सौल यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं। विधानसभी के नजदीक बेनीपुर रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 10 किलोमीटर दूर है। इसके बावजूद अलीनगर में सार्वजनिक परिवहन और बुनियादी ढांचे की भारी कमी है। इसके अलावा यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी के साथ में यहां उच्च शिक्षा के लिए ढांचे की मांग होती रही है।
मौजूदा समीकरण?
अलीनगर विधानसभा सीट पर 2010 और 2015 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का कब्जा था लेकिन 2020 में यह सीट विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के पास आ गई। यहां से जनता दल यूनाइटेड (JDU) कभी चुनाव नहीं जीती है। इस क्षेत्र में ब्राह्मण, यादव और मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता है। यह तीनों अलीनगर में परंपरागत रूप से चुनावी नतीजों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। 2010 और 2015 में अलीनगर से आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी चुनाव जीते थे। बिनोद मिश्रा को 2020 में वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने हरा दिया था।
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2020 में क्या हुआ था?
अलीनगर विधानसभा सीट पर 2020 में विकासशील इंसान पार्टी ने जीत दर्ज की थी। आरजेडी दूसरे नंबर पर रही थी। 2020 में वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने आरजेडी के बिनोद मिश्रा के करीबी मुकाबले में हरा दिया था। हार का अंतर 3,101 वोटों का था। वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने 38.6 फीसदी वोट पाते हुए 61,082 वोट हासिल किया था, जबकि बिनोद मिश्रा को 57,981 वोट मिले थे। वहीं, इस सीट पर पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के संजय कुमार सिंह को 9,737 और लोजपा के राज कुमार झा को 8,850 वोट मिले थे। हालांकि, मार्च 2022 में वीआईपी के एनडीए से अलग होने के बाद मिश्री लाल यादव बीजेपी में शामिल हो गए थे।
विधायक का परिचय
मौजूदा विधायक मिश्री लाल यादव अलीनगर से पहली बार विधायक चुने गए हैं। 63 साल के मिश्री लाल उन विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने 2022 में वीआईपी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। वह दरभंगा जले के पुराने और दिग्गज नेता माने जाते हैं।
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मिश्री लाल यादव की पढ़ाई की बात करें तो वह राजनीति विज्ञान में MA पास हैं। 2020 के उनके चुनावी हलफनामों के मुताबिक, उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायकी रूप में उनका वेतन और कृषि है। पिछले हलफनामों के मुताबिक उनके पास 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
विधानसभा सीट का इतिहास
अलीनगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। इस पर अभी तक कुल 3 ही चुनाव हुए हैं। इस सीट की संख्या 81 है। विधानसभा में अलीनगर, तर्दीह, घनश्यामपुर प्रखंडों और मोतीपुर पंचायत आती हैं।