बिहार में विधानसभा के चुनाव का एलान 6 अक्तूबर को हुआ था। वोटिंग 6 और 11 नवंबर को होनी है। चुनाव के दौरान पैसे और शराब बांटने की कोशिश भी खूब होती है। इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग की ओर से तमाम प्रयास जारी हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत अभी तक भारी मात्रा में नशीले पदार्थ, शराब, नकदी और अन्य ऐसी चीजें बरामद की गई हैं जिनके जरिए मतदाताओं को लुभाया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया है कि 23.41 करोड़ रुपये की शराब बरामद की जा चुकी है जबकि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है।

 

विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों ने अब तक कुल 64.13 करोड़ रुपये की शराब, नकदी, नशीले पदार्थ और अन्य लुभावनी वस्तुएं जब्त की हैं। एक अधिकारी ने बताया कि 6 अक्टूबर से अब तक पुलिस और अन्य संबद्ध एजेंसियों ने 753 लोगों को गिरफ्तार किया है और 13,587 गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, ‘6 अक्टूबर को विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से राज्य भर में नकदी, शराब, नशीले पदार्थ और अन्य लुभावनी चीजों के रूप में कुल 64.13 करोड़ रुपये मूल्य की जब्त की गई है।’

 

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अब तक क्या-क्या पकड़ा गया?

 

आंकड़ों के मुताबिक, जब्त की गई वस्तुओं में 23.41 करोड़ रुपये की शराब, 14 करोड़ रुपये की लुभावनी चीजें, 16.88 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ और नशीली दवाएं और 4.19 करोड़ रुपये नकदी शामिल है। निर्वाचन आयोग ने पहले ही विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे चुनावों में धन-बल के दुरुपयोग को रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दें। एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘राज्य पुलिस, आबकारी, आयकर, सीमा शुल्क, राजस्व खुफिया विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए जा चुके हैं।'

 

उन्होंने कहा, ‘उड़न दस्ते, निगरानी दल और वीडियो निगरानी टीम राज्यभर में 24 घंटे सक्रिय हैं, ताकि मतदाताओं को प्रलोभन देने के किसी भी प्रयास पर नजर रखी जा सके। निरीक्षण या तलाशी के दौरान आम जनता को असुविधा न हो, इसके लिए भी विशेष निर्देश दिए गए हैं।’ बताते चलें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। एक अधिकारी ने बताया, ‘निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के लिए 121 सामान्य पर्यवेक्षक और 18 पुलिस पर्यवेक्षक जबकि दूसरे चरण के लिए 122 सामान्य पर्यवेक्षक और 20 पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं।’

 

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उन्होंने कहा कि आयोग ने सभी पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया है कि वे पूरी चुनाव प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी करें और पारदर्शी, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करें। अधिकारी के मुताबिक, पर्यवेक्षकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे मतदान केंद्रों का दौरा करें और मतदाताओं की सुविधा के लिए आयोग की ओर से हाल ही में लागू की गई पहलों का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 17 अक्टूबर को समाप्त हो चुकी है जबकि दूसरे चरण के लिए पर्चा भरने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।