दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले 3 चुनावों से नई दिल्ली सीट से विधायक हैं। इस बार इस सीट से दो पूर्व सांसद भी उतर गए हैं, ऐसे में यह हॉट सीट है। खुद अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार आरोप लगा रही है कि इस नई दिल्ली सीट पर हजारों वोट कटवाकर नए वोट जुड़वाए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में आज अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के डेलिगेशन के साथ जाकर चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने मांग कर डाली की भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा के घर पर छापा मारा जाए और उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए। केजरीवाल का आरोप है कि प्रवेश वर्मा लोगों को पैसे बांट रहे हैं।

 

AAP की ओर से केजरीवाल ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त तो बाहर गए थे लेकिन बाकी के दोनों आयुक्तों से मुलाकात हो गई। चुनाव अधिकारी से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा, 'नई दिल्ली विधानसभा में कुल एक लाख वोट हैं और इन 15-20 दिनों में 13,000 नए वोट बनवाने की एप्लीकेशन आई हैं। अगर इसी तरह से वोट काटने और फ़र्ज़ी वोट बनवाने का ड्रामा होगा तो यह चुनाव नहीं तमाशा है। नई दिल्ली विधानसभा में 15 दिसंबर 2024 से 7 जनवरी 2025 तक 5500 से ज़्यादा वोट काटने की एप्लीकेशन आई हैं। इन वोट को काटने की एप्लीकेशन जिनके नाम पर दी, उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से सुनवाई में कहा कि उन्होंने वोट काटने की ऐसी कोई एप्लीकेशन नहीं दी।'

 

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प्रवेश वर्मा पर भड़के केजरीवाल

 

AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'नई दिल्ली विधानसभा में प्रवेश वर्मा मतदाताओं को पैसे बांट रहे हैं, नौकरी मेला लगाने का ऐलान किया है। यह सब काम चुनाव आयोग के नियमों के ख़िलाफ़ आता है इसलिए प्रवेश वर्मा को चुनाव लड़ने ना दिया जाए। प्रवेश वर्मा के घर पर छापा मारा जाना चाहिए, जिससे यह पता लग सके कि उनके घर पर कितना पैसा है।' अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भी चिट्ठी लिखी है और प्रवेश वर्मा की ओर से लगाए जाने वाले 'हर घर नौकरी' कैंप की शिकायत की है।

 

 

नई दिल्ली विधानसभा चुनाव में काम कर रहे चुनाव अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'नई दिल्ली विधानसभा में स्थानीय चुनाव अधिकारियों की हिम्मत ही नहीं है कि वे BJP के गैरकानूनी कामों के खिलाफ एक्शन ले सकें इसलिए उन्हें वहां से हटाया जाए। नई दिल्ली विधानसभा में स्थानीय चुनाव अधिकारियों ने BJP के आगे पूरी तरह से सरेंडर कर दिया है। उन्हें सस्पेंड या ट्रांसफर किया जाए।'

 

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क्यों टेंशन में है AAP?

 

दरअसल, 2020 के विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 1,46,901 थी। मौजूदा समय में यह 1.09 लाख पर आ गई है। यानी लगभग 40 हजार वोट कम हो चुके हैं। AAP आरोप लगा रही है कि जानबूझकर उन इलाकों में लोगों के वोट काटे गए हैं, जो AAP और अरविंद केजरीवाल के वोटर रहे हैं। 2020 के चुनाव की तुलना में कुल मतदाताओं की संख्या जितनी घटी है, अरविंद केजरीवाल की जीत का अंतर उससे कम था। 5 साल में लगभग 40 हजार वोटों का अंतर आया है। अरविंद केजरीवाल ने पिछला चुनाव लगभग 21 हजार वोटों के अंतर से जीता था। AAP का आरोप है कि लगभग 15 हजार वोटों की हेरफेर हो गई है।