दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूर्वांचली समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भरोसा जताया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूर्वांचली वोटरों को लुभाने में कामयाब रही हैं। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए 'सुपरस्टार' फैक्टर का भी ख्याल रखा। भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार मनोज तिवारी और रवि किशन ने इन क्षेत्रों में खूब रैलियां कीं।
आम आदमी पार्टी भी पूर्वाचंलियों को लुभाने में कामयाब रही। दिलचस्प बात यह है कि NDA की सहयोगी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी को दिल्ली में कामयाबी नहीं मिली। यहां दोनों पार्टियों के उम्मीदावारों की हार हुई है।
कौन हैं पूर्वांचली वोटर?
बिहार और उत्तर प्रदेश मूल से आए लोग दिल्ली के पूर्वांचली हैं। वे नौकरी की तलाश में आए तो यहीं बस गए। संगम विहार, देवली, अंबेडकर नगर, नई दिल्ली, बुराड़ी, किराड़ी, बाबरपुर, मालवीय नगर, करावल नगर, लक्ष्मी नगर जैसे विधानसभाओं में पूर्वांचली वोटरों का वर्चस्व रहा है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में उनकी पकड़ बेहद मजबूत है।
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किसके साथ नजर आए पूर्वांचली वोटर?
साल 2020 में करावल नगर और लक्ष्मीनगर विधानसभाओं में बीजेपी की जीत हुई थी। 2025 में भी बीजेपी ने मालवीय नगर, नई दिल्ली और संगम विहार जीत लिया। करावल नगर और लक्ष्मी नगर में भी बीजेपी विधायक की जीत हुई। करावल नगर और लक्ष्मीनगर में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की। अरविंद केजरीवाल खुद 4 हजार वोटों से हार गए। उन्हें प्रवेश वर्मा ने हरा दिया। मालवीय नगर में बीजेपी प्रत्याशी सतीश उपाध्याय ने सोमनाथ भारती को 2131 वोटों से हरा दिया। संगम विहार में चंदन कुमार चौधरी ने AAP के दिनेश मोहनिया को 344 वोटों से हरा दिया।
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AAP के साथ किन सीटों पर आए पूर्वांचली?
AAP ने अंबेडकर नगर, किराड़ी और बाबरपुर में BJP को हरा दिया। BJP ने दावा किया था कि 6 से ज्यादा पूर्वांचलियो को टिकट दिया गया है। AAP ने 10 से ज्यादा उम्मीदवार उतार दिए। अंबेडकर नगर, किराड़ी और बाबरपुर में AAP उम्मीदवारों ने बीजेपी को हरा दिया। अंबेडकर नगर से अजय दत्त, किराड़ी से अनिल झा और बाबरपुर से गोपाल राय चुनाव जीत गए। तीनों चेहरे पूर्वांचली हैं।
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चुनाव में कैसे छाए रहे पूर्वांचली?
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचली छाए रहे। दोनों राजनीतिक दलों ने पूर्वांचलियों के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया। न्यू अशोक नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के स्टार प्रचारक रवि किशन ने कहा था कि पूर्वांचली बच्चों को नशेड़ी बनाया जा रहा है, AAP सरकार युवाओं में शराब बंटवा रही है।
यूपी और बिहार के नेताओ ने AAP पर पूर्वांचलियों को अपमानित करने का आरोप भी लगाया। पूर्वांचली समुदाय ने BJP का भरपूर साथ दिया। नतीजे भी बीजेपी के पक्ष में आए। मनोज तिवारी और रवि किशन जैसे नेताओं की ओर से दावा किया गया कि डबल इंजन की सरकार दिल्ली को नई दिशा देगी। पूर्वांचलियों की इस जंग में BJP, AAP पर भारी पड़ी है।