बॉलीवुड इंडस्ट्री में सिर्फ कलाकारों के लिए ही नहीं सिंगर्स के लिए भी अपना नाम बनाना बेहद मुश्किल है। हम में से ज्यादातर लोग ए लिस्टर्स सिंगर्स को जानते हैं जो अक्सर कैमरा के सामने दिखाई देते हैं। वहीं, कुछ ऐसे सिंगर्स भी होते हैं जिन्होंने एक से बढ़कर एक हिट गाने दिए हैं लेकिन उन्हें कोई पहचानता नहीं है। क्या आपने प्लेबैक सिंगर कृष्णा बेउरा का नाम सुना है। ज्यादातर लोगों का जवाब नहीं होगा। उन्होंने 'मौला मेरे' (चक दे इंडिया), 'मैं जहां रहूं' (नमस्ते लंदन) 'मेरा इंतकाम देखेगी' ( शादी में जरूर आना), 'दीदार दे', 'चस्का' जैसे हिट आइकोनिक गाने गाए हैं।

 

उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया कि उन्हें इंडस्ट्री में नेम और फेम नहीं मिला। उन्होंने बताया कि म्यूजिक लेबल छोटे सिंगर्स को पहले क्रेडिट नहीं देते थे लेकिन अब चीजें थोड़ा बदली है। कृष्णा से पूछा गया कि आपने इतने आइकोनिक गाने गाए हैं। आपको 22 से ज्यादा भाषाएं आती हैं? इसके बावजूद आपके गाने फिल्मों में रिलीज नहीं होते हैं? ऐसा क्यों होता है?

 

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क्यों कृष्णा को इंडस्ट्री में नहीं मिला फेम

कृष्णा बेउरा ने जवाब देते हुए कहा, 'अब म्यूजिक इंडस्ट्री में ग्रुपिज्म बन गया है। आपको उस ग्रुप का हिस्सा बनना होगा। वे लोग जब बुलाएंगे उनकी महफिलों में आना पड़ेगा। इसके बाद आपको गाने का मौका मिलेगा। इसी को नेटवर्किंग बोलते हैं। इसमें कुछ गलत भी नहीं है। उदाहरण के तौर पर किसी बड़े सिंगर के घर में गणपति की पूजा है वे पूरे ग्रुप को बुलाते हैं। उसमें सब जाते हैं और एक- दूसरे से मिलते हैं। अगर आप उन महफिलों में अक्सर जाएंगे तो कनेक्शन बन जाता है। उन्होंने कहा कि मैं किसी को बार- बार काम के लिए नहीं कह सकता हूं। सर, मुझे काम दीजिए। मैं यह नहीं कर सकता हूं। मुझे लगता है जो मेरे नसीब का गाना होगा मुझे मिलेगा'।

इंडस्ट्री को बताया 'चेपोटिज्म'

उन्होंने Digital Commentary को दिए पॉडकास्ट में कहा, 'इंडस्ट्री में ऐसा भी होता है कि आपने पूरा गाना गाया होगा और रिकॉर्डिंग के बाद हटा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि एक्टिंग में नेपोटिज्म होता है उसी तरह से म्यूजिक में चेपोटिज्म है। बहुत कम ही होता है कि कोई बड़े सिंगर का बेटा काम कर रहा है लेकिन चेपोटिज्म वाले हमेशा कामयाब होते हैं।

 

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कृष्णा से पूछा गया कि अच्छे सिंगर कहां गायब हो गए? उन्होंने कहा कि ये लोग कहीं गायब नहीं हुए हैं। अब जेनजी का दौर आ गया है। आज के समय में म्यूजिक कॉर्पेट बन गया है। अच्छे सिंगर्स की जगह पर उन लोगों को लिया जाता है जिनके फॉलोअर्स ज्यादा है। ये लोग कान में आकर गाना गाते हैं। इसलिए सभीसभी सिंगर्स एक जैसी ही लगते हैं किसी में कुछ अलग बात देखने को नहीं मिलती है। गाने भी पहले की तरह नहीं है ना ही लोगों पर वैसा प्रभाव पड़ता है।

कौन हैं कृष्णा बेउरा

कृष्णा बेउरा प्लेबैक सिंगर हैं जिन्होंने हिंदी समेत तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ समेत कई भाषाओं में गाना गाया है। साल 2023 में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत संजय दत्त की फिल्म रख्त से की थी। हालांकि उस फिल्म के गाने हिट नहीं हुए। साल 2005 में उन्होंने हिमेश रेशमिया के साथ फिल्म आशिक बनाया आपने के साथ आप की कशिश गाया था। हालांकि इस गाने की सारी लाइमलाइट हिमेश की मिल गई। उसके बाद उन्होंने चक दे इंडिया के लिए गाया था। इसके बाद उन्होंने कई हिट गाने गाए लेकिन शोहरत नहीं मिला। 2017 के बाद उन्होंने कोई हिंदी नहीं गाया।