इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को घोषणा की कि इजरायली सेना ने हमास के गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को मार गिराया है। रॉयटर्स के अनुसार, यह हमास के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सिनवार हमास के खास चेहरों में से एक था। मोहम्मद सिनवार ने पिछले साल अपने भाई और हमास के पूर्व नेता याह्या सिनवार की इजरायली सेना द्वारा हत्या के बाद संगठन की सैन्य और राजनीतिक कमान संभाली थी।

 

नेतन्याहू ने संसद के पूर्ण सत्र में कहा, ‘हमने मोहम्मद सिनवार को खत्म कर दिया।’ इससे पहले, इजरायली मीडिया ने बताया था कि इस महीने की शुरुआत में दक्षिणी गाजा में हवाई हमलों में सिनवार को निशाना बनाया गया था, लेकिन तब इजरायली रक्षा बलों ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। सूत्रों के अनुसार, 13 मई को खान यूनिस के यूरोपीय अस्पताल के नीचे हमास के एक भूमिगत ठिकाने पर भारी बमबारी की गई, जहां सिनवार के छिपे होने की आशंका थी।

 

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1991 में सैन्य विंग में हुआ था शामिल

मोहम्मद सिनवार का जन्म गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। दशकों तक उसने हमास के भीतर अपनी स्थिति मजबूत की और 1991 में इसके सैन्य विंग में शामिल हुआ। इजरायली अधिकारियों ने उसे ‘द शैडो’ सरनेम दिया था, क्योंकि वह अपनी गतिविधियों को गुप्त रखने में माहिर था। 2006 में, सिनवार ने इजरायली सैनिक गिलाद शालित के अपहरण की योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके परिणामस्वरूप 2011 में एक प्रिजनर एक्सचेंज समझौता हुआ। इजरायली और फिलिस्तीनी जेलों में कई साल बिताते हुए उसने हमास के अन्य नेताओं के साथ मजबूत संबंध बना लिए।

 

मोहम्मद सिनवार को अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमास के घातक हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था। इन हमलों में हमास के नेतृत्व में 1,200 लोग, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे, मारे गए थे और 251 लोगों का अपहरण कर लिया गया था। इसके जवाब में इजरायल की सैन्य कार्रवाई में गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लगभग 54,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, हालांकि इसमें नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं किया गया है।

 

58 बंधकों को रिहा कराने की मुहिम

इजरायल ने गाजा पर नियंत्रण करने और हमास को खत्म करने या का संकल्प लिया है, साथ ही 7 अक्टूबर 2023 के हमले में अपहृत 58 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है। नेतन्याहू ने कहा, ‘हमने हजारों आतंकियों को खत्म किया है, जिसमें हमास के शीर्ष नेता मोहम्मद देफ, इस्माइल हानियेह, याह्या सिनवार और अब मोहम्मद सिनवार शामिल हैं।’

 

पहले भी इजरायल ने सिनवार को मारने की कोशिश की थी। 2014 में, हमास ने दावा किया था कि सिनवार की इजरायल-गाजा युद्ध में मौत हो गई थी, लेकिन यह जानकारी गलत साबित हुई थी। इस बार, इजरायली सेना ने खान यूनिस में एक हमले में सिनवार को निशाना बनाया, जिसमें राफा ब्रिगेड के कमांडर मोहम्मद शबाना के भी मारे जाने की खबर है।

 

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‘बंधक वापस आने तक युद्ध जारी रहेगा’

अगर सिनवार की मौत हुई है तो यह हमास के लिए एक बड़ा नुकसान है, क्योंकि वह संगठन की सैन्य रणनीति और बंधक वार्ताओं में अहम भूमिका निभा रहा था। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि हमास के पास अभी भी कई वरिष्ठ कमांडर हैं, और यह संगठन अपनी गतिविधियां जारी रख सकता है। नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि गाजा में युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक सभी बंधक वापस नहीं आ जाते और हमास का पूरी तरह खात्मा नहीं हो जाता।

 

इस घटना ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सभी का ध्यान खींचा है। कुछ देशों ने इसे इजरायल की सैन्य सफलता माना है, जबकि अन्य ने गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जताई है। गाजा में युद्ध के कारण लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और सहायता सामग्री की कमी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।