अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना राज्य में 67 वर्षीय ब्रैड सिगमन को फायरिंग स्क्वाड द्वारा मृत्युदंड दिया गया, जो 2010 के बाद इस तरीके से दी गई पहली सजा है। दक्षिण कैरोलिना सुधार विभाग के अनुसार, सिगमन ने इंजेक्शन या इलेक्ट्रिक कुर्सी के बजाय फायरिंग स्क्वाड ऑप्शन को चुना। 7 मार्च को शाम 6:08 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

 

दरअसल, सिगमन को 2001 में अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के माता-पिता, डेविड और ग्लेडिस लार्के, की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। उसने बेसबॉल बैट से उनकी हत्या की थी। सिगमन ने इलेक्ट्रिक चेयर और घातक इंजेक्शन के बजाय फायरिंग स्क्वाड को चुना, क्योंकि उसे इलेक्ट्रिक चेयर और इंजेक्शन से आंतरिक पीड़ा का डर था।

 

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क्या होती है फायरिंग स्क्वाड की प्रक्रिया?

कैदी को काले जंपसूट में, सिर पर हुड और छाती पर लाल निशान के साथ बैठाया जाता है। फायरिंग स्क्वाड के सदस्य 15 फीट की दूरी से एक साथ गोली चलाते हैं, जिससे कैदी की तुरंत मौत हो जाती है। बता दें कि 1977 के बाद से, अमेरिका में केवल तीन कैदियों को फायरिंग स्क्वाड द्वारा मृत्युदंड दिया गया है, जिनमें से अंतिम 2010 में यूटा में हुआ था। 

 

इन देशों में कैपिटल पनिशमेंट देने के तरीके

दुनियाभर के देशों में कैपिटल पनिशमेंट देने के तरीके अलग-अलग होते हैं। कुछ देश अब भी मौत की सजा देते हैं, जबकि कई देशों ने इसे खत्न कर दिया है। इन देशों में अपनाए जाने वाले मौत की सजा के तरीके जानें:

 

ब्रैड सिगमन को फायरिंग स्क्वाड ने मौत की सजा दी। इसके अलावा अमेरिका में इंजेक्शन (सबसे आम तरीका), इलेक्ट्रिक चेयर (कुछ राज्यों में ऑप्शन), फायरिंग स्क्वाड (दक्षिण कैरोलिना और यूटा में दी जाने वाली), फांसी (कुछ राज्यों में कानूनी रूप से मान्य) शामिल है। बता दें कि 23 राज्यों ने मौत की सजा को खत्म कर दिया है लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी यह जारी है। 

 

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चीन

घातक इंजेक्शन सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा फायरिंग स्क्वाड कुछ मामलों में उपयोग किया जाता है। बता दें कि चीन दुनिया में सबसे अधिक संख्या में मृत्युदंड देता है लेकिन आंकड़े गोपनीय रखे जाते हैं।

भारत

फांसी, भारत में मृत्युदंड का एकमात्र तरीका। बता दें कि आखिरी बार निर्भया केस (2020) में चार दोषियों को फांसी दी गई थी। इसके बाद अफजल गुरु (2013), कसाब (2012) जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में फांसी दी गई थी।


सऊदी अरब

सार्वजनिक सिर कलम यानी तलवार से गर्दन काटी जाती है। इसके अलावा फायरिंग स्क्वाड कुछ मामलों में अपनाया जाता है। इस देश में मौत की सजा अक्सर सार्वजनिक रूप से दी जाती है जिसमें हत्या, बलात्कार, ड्रग ट्रैफिकिंग और आतंकवाद के मामले शामिल हैं। 

 

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उत्तर कोरिया

फायरिंग स्क्वाड, सबसे आम तरीका और कुछ मामलों में फांसी दी जाती है। बता दें कि यहां सरकार के खिलाफ बोलने, तस्करी और जासूसी के मामलों में मृत्युदंड दिया जाता है। कई बार जनता के सामने फांसी दी जाती है।

जापान

जापान में मुख्य रूप फांसी दी जाती है। दोषियों को मौत की सजा की जानकारी आखिरी दिन दी जाती है, जिससे उन्हें मानसिक रूप से तैयार होने का समय नहीं मिलता।