अमेरिका और चीन के बीच छात्रों के वीजा को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ऐसे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेटी, शी मिंगजे, पर सबकी नजरें टिकी हैं। कहा जा रहा है कि वह अमेरिका के मैसाचुसेट्स में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रही हैं। इस हफ्ते अमेरिका के एक वरिष्ठ नेता, मार्को रुबियो, ने कहा कि अब अमेरिका उन चीनी छात्रों के वीजा रद्द करेगा जिन्हें वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानता है। अब जब अमेरिका ने वीजा देने के नियम कड़े कर दिए हैं और छात्रों की गहराई से जांच हो रही है, तो लोग यह सवाल पूछ रहे हैं- क्या शी जिनपिंग की बेटी को भी इन सख्त नियमों से गुजरना होगा या उन्हें कोई छूट मिलेगी? लेकिन सबसे पहले यह जान लें कि शी मिंगजे कौन हैं? 

 

शी मिंगजे कौन हैं? 

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन की इकलौती बेटी शी मिंगजे ने हमेशा अपनी निजी जिंदगी को लोगों से दूर रखा है और अपने बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। उन्होंने 2010 से 2014 के बीच हार्वर्ड विश्वविद्यालय में एक छिपे हुए नाम से मनोविज्ञान की पढ़ाई की थी। इससे पहले वह झेजियांग विश्वविद्यालय और हांग्जो की विदेशी भाषा स्कूल में फ्रेंच भाषा की पढ़ाई कर चुकी थीं। 

 

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कहां है, क्या कर रही है?

यह माना जाता है कि वह अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद चीन लौट गई थी लेकिन कुछ खबरों के मुताबिक, उसने 2019 में हार्वर्ड में फिर से पढ़ाई शुरू की हो सकती है। उसी साल, एक टेकनीशियन निउ तेंग्यू को एक वेबसाइट (esu.wiki) पर शी मिंगजे की आईडी कार्ड लीक करने के आरोप में 14 साल की जेल हुई थी। हालांकि, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया। चीनी सरकार ने मिंगजे से जुड़ी जानकारी को लगातार सेंसर किया है और अब यह साफ नहीं है कि वह कहां है, क्या कर रही है, या उसका निजी जीवन कैसा है। फिर भी, ऐसी अटकलें लगती रहती हैं कि वह अमेरिका के मैसाचुसेट्स में हो सकती है और संभव है कि वह चीनी सरकार की निगरानी में रह रही हो।

 

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सुर्खियों में क्यों शी मिंगजे?

अमेरिका की नई वीजा पॉलिसी आने के बाद से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेटी, शी मिंगजे के भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दक्षिणपंथी कार्यकर्ता लॉरा लूमर ने सोशल मीडिया पर मांग की कि शी मिंगज़े को अमेरिका से निकाल दिया जाए। उन्होंने कहा कि मिंगज़े मैसाचुसेट्स में रहती हैं और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ चुकी हैं। लूमर का दावा है कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि चीन की सेना (PLA) के गार्ड्स अमेरिका में रहकर मिंगज़े की सुरक्षा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह शी मिंगज़े से कैमरे के सामने मिलकर उनके पिता की नीतियों पर सवाल करना चाहती हैं। लूमर का कहना है, 'कम्युनिस्टों का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है।'

 

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अमेरिका की नई वीजा पॉलिसी

हाल ही में विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक नई नीति का ऐलान किया है। यह नीति खास तौर पर उन चीनी छात्रों पर लागू होगी जो AI, रक्षा तकनीक या रोबोटिक्स जैसे संवेदनशील विषयों की पढ़ाई करने अमेरिका आते हैं। अगर किसी छात्र के चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से संबंध होने का शक होगा, तो उस पर भी खास नजर रखी जाएगी। रुबियो ने यह भी कहा कि अमेरिका अब चीन और हांगकांग से आने वाले सभी छात्रों के वीजा की जांच पहले से ज़्यादा सख्ती से करेगा। कई सालों तक चीन अमेरिका में पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत रहा है लेकिन कोविड महामारी और चीन-अमेरिका के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव की वजह से इन छात्रों की संख्या घट गई है।

 

अब जब यह नई नीति लागू हो रही है, तो इस बात पर बहुत कुछ निर्भर करेगा कि अमेरिका का विदेश विभाग और होमलैंड सुरक्षा विभाग इसे कैसे लागू करते हैं। फिलहाल, अमेरिका में करीब 2.8 लाख चीनी छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जो वहां के कुल विदेशी छात्रों का लगभग एक चौथाई हिस्सा हैं।