इजरायल ने हमास पर सीजफायर समझौता तोड़ने का आरोप लगाया। उसने गाजा में सहायता रोकने की धमकी दी। समझौते के तहत हमास ने 20 जीवित बंधकों के साथ चार शव इजरायल को रेड क्रॉस के माध्यम से सौंपे। पिछले दो दिनों में वह कुल सात शवों को इजरायल भेज चुका है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि उसके पास 21 बंधकों के शव बचे हैं। सभी शवों की पहचान तेल अवीव स्थित अबू कबीर फोरेंसिक संस्थान में गई। एक शव किसी बंधक का नहीं है। इजरायल का दावा है कि तीन शव बंधक के हैं, लेकिन चौथा शव गाजा के नागरिक का है।  

 

फोरेंसिक जांच पूरी होने के बाद इजरायली सेना ने कहा कि कल रात हमास ने जो चौथा शव लौटाया है, वह किसी भी बंधक का नहीं है। अनुमान है कि यह शव किसी फिलिस्तीनी का है। बाकी तीन शवों की पहचान स्टाफ सार्जेंट तामिर निमरोदी (18), उरीएल बारूक (35) और एतान लेवी (53) के तौर पर हुई है। आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने कहा कि सेना तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक हम सभी बंधकों को वापस नहीं ले आते। 

 

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यह कोई पहली बार नहीं जब हमास ने गलत शव भेजा हो। इस साल की शुरुआत में हमास ने इजरायल को एक शव सौंपा था। इसमें दावा किया गया था कि यह शव बंधक शिरी बिबास का है। मगर जांच में यह एक फलिस्तीनी नागरिक का निकला था। बाद में हमास ने बिबास के अवशेषों को सौंपा था। 

युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा हमास: इजरायल

समझौते के मुताबिक हमास को सभी जीवित या मृत 48 बंधकों को फैसला लागू होने के 72 घंटे के भीतर लौटाना था। अब इजरायल ने हमास पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि हमास शवों को देरी से लौटाकर समझौते को तोड़ रहा है। इससे युद्धविराम के टूटने का खतरा मंडराने लगा है। इजरायल की सेना ने एक बयान में कहा कि हमास को समझौते का पालन करना होगा। सभी शवों को वापस करने के लिए आवश्यक प्रयास करने होंगे। 

 

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हमास ने गलत बताई संख्या: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि हमास ने मारे गए बंधकों के शवों की संख्या गलत बताई है। सभी 20 जिंदा बंधक वापस आ गए हैं और उम्मीद के मुताबिक अच्छा महसूस कर रहे हैं। एक बड़ा बोझ उतर गया है। मगर काम अभी पूरा नहीं हुआ है। वादे के मुताबिक मृतकों को वापस नहीं लाया गया है।