हॉन्गकॉन्ग में ताई पो इलाके में एक रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में बुधवार को भंयकर आग लग गई। इस कॉम्प्लेक्स के आठ 32 मंजिला टावरों में से सात आग की चपेट में आ गए। इस आग को हॉन्गकॉन्ग में साल 1996 में लगी आग से भी भयंकर बताया जा रहा है। आग लगने के 24 घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग बुझाने में लगे हुए हैं। इस हादसे में अब तक 94 लोगों की जान चली गई है और 260 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सभी इमारतों में अभी सर्च ऑपरेशन जारी है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या और ज्यादा होने की आशंका है।
अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में कुल 76 लोग घायल हैं और 15 लोगों की हालत बहुत ज्यादा गंभीर, तो 28 की हालत गंभीर है। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में से कई लोगों का शरीर पूरी तरह जल गया है और कई लोगों की हालत धुंए की वजह से खराब हो गई है। अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है और स्थानीय अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है। भारी पुलिस बल को आग बुझाने के काम में लगाया गया है। गुरुवार शाम तक सात में से चार ब्लॉक में लगी आग पर काबू पा लिया गया था।
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आग बुझाने में आ रही दिक्कतें
हॉन्गकॉन्ग में लगी इस भीषण आग को बुझाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि बहुत ज्यादा गर्मी और तेज हवाओं के कारण आग बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तापमान ज्यादा होने के कारण आग बुझाने के लिए हवाई सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। फायर सर्विस ऑपरेशंस के डिप्टी डायरेक्टर डेरेक आर्मस्ट्रांग चैन ने बताया, 'तापमान ज्यादा होने के कारण फायर ब्रिगेड कर्मचारी आग बुझाने और जिंदा बचे लोगों को बचाने के लिए इमारतों के अंदर नहीं जा पा रहे हैं।'
रिनोवेशन के कारण हुआ हादसा
हॉन्गकॉन्ग की जिन इमारतों में आग लगी है उनमें रिनोवेशन का काम चल रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, रिनोवेशन के लिए लाए गए बांस और जाल में पहले आग लगी और इसके बाद यह आग सभी इमारतों में फैल गई। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इन इमारतों के बाहरी हिस्से के रिनोवेशन में इस्तेमाल हो रहे सामान में आग कैसे लगी। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें शक है कि रिनोवेशन के दौरान इमारत की खिड़कियों को नुकसान से बचाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे प्लास्टिक फोम पैनल निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते थे। हालांकि, अभी अधिकारी आग लगने और फैलने के कारणों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने रिनोवेशन का काम कर रही कंपनी पर भी कार्रवाई की है।
मदद के लिए आगे आए लोग
हॉन्गकॉन्ग में पिछले 70 सालों में यह सबसे भीषण आग है। इस हादसे ने पूरे शहर को सदमे में डाल दिया है। राहत और बचाव कार्य में स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं। आग लगने के समय इमारतों से निकाले गए और बाहर मौजूद लोगों को पास के एक स्कूल में रखा गया है। आम लोग उन्हें बोतलबंद पानी, खाना और दूसरी जरूरी चीजें दे रहे हैं। लोग पानी और खाने देने में प्रशासन की मदद कर रहे हैं।
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तीन लोग गिरफ्तार
आग बुझाने का काम अभी भी जारी है। इस बीच पुलिस ने इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, हॉन्गकॉन्ग पुलिस ने गुरुवार को बताया कि इस हादसे के सिलसिले में तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है। यह तीन लोग उस कंपनी के अधिकारी हैं जो रिनोवेशन कर रहे थे। इनमें कंपनी के डायरेक्टर और इंजीनियरिंग सलाहकार शामिल हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार रात इस हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने अधिकारियों को आग बुझाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दियाय है और राहत-बचाव कार्य को तेज करने का आदेश दिया है। वहीं हॉन्गकॉन्ग सरकार ने इस हादसे में प्रभावित लोगों के लिए करीब 4.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की राहत का ऐलान किया है।
