अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 15 मई को कतर के दोहा में दावा किया कि भारत ने अमेरिकी सामानों पर 'जीरो टैरिफ' की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि भारत ने अमेरिका को एक ऐसी ट्रेड डील ऑफर की है, जिसमें अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर कोई आयात शुल्क नहीं लगेगा, जिससे भारत में अमेरिकी सामान बेचना आसान हो जाएगा। ट्रंप ने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक को भारत में प्रोडक्शन न करने की सलाह दी, क्योंकि भारत पहले से ही जीरो टैरिफ की पेशकश कर रहा है। 

ट्रंप के दावे पर जयशंकर का जवाब

हालांकि,  भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के इस दावे को खारिज कर हुए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है लेकिन यह एक जटिल प्रक्रिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यापार समझौता परस्पर लाभकारी होना चाहिए और दोनों देशों के हित में होना चाहिए। जयशंकर ने कहा, 'जब तक सभी मुद्दों पर सहमति नहीं बनती, तब तक किसी एक बात को अंतिम नहीं माना जा सकता। इस पर कोई भी फैसला लेना जल्दबाजी होगी।'

 

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भारत ने नहीं दिया कोई ऐसा प्रस्ताव

वाणिज्य मंत्रालय ने भी ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा कि भारत ने अमेरिका को शून्य टैरिफ का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। मंत्रालय ने बताया कि व्यापार समझौता 'इंडिया फर्स्ट' और 'अमेरिका फर्स्ट' की नीति के तहत पारस्परिक लाभ के आधार पर होगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने पहले चरण में 60 फीसदी टैरिफ लाइनों पर शून्य टैरिफ और 90 फीसदी सामानों पर प्राथमिकता के साथ कम टैरिफ की पेशकश की थी लेकिन यह अभी बातचीत के स्तर पर है और कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है। 

 

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भारत और पाकिस्तान के साथ डील पर ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत के प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ व्यापार के विस्तार की संभावनाओं पर विचार किया है। उनका मानना है कि व्यापारिक सहयोग संघर्षों को कम करने और शांति स्थापना में अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते की कोशिशें, विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले के बाद पैदा हुए तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थीं।

 

ट्रंप ने कहा, 'मैं व्यापार का इस्तेमाल तनाव कम करने और शांति स्थापित करने के लिए कर रहा हूं।' उन्होंने चीन के साथ हालिया व्यापार समझौते का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध को कम करने की दिशा में ठोस पहल की गई है। इस समझौते के तहत अमेरिका ने चीन पर लगाई गई शुल्क दरों को 145% से घटाकर 30% कर दिया है, जबकि बीजिंग ने अपने टैरिफ स्तर को 125% से घटाकर 10% कर दिया है। दोनों देशों ने आगे की वार्ताओं की संभावना भी जताई है। ट्रंप ने कहा, 'अगर मैंने चीन के साथ वह समझौता नहीं किया होता, तो आज चीन आर्थिक रूप से पूरी तरह टूट चुका होता।'