इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुई जंग का आज पांचवां दिन है। अब तक की जंग में दोनों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। इजरायल और ईरान के बीच चल रही बमबारी के कारण एयरस्पेस बंद हो गया है और अब लोग वहां फंस गए हैं। जो बाहरी लोग ईरान छोड़ना चाहते हैं, वे एयरस्पेस बंद होने के कारण जा नहीं पा रहे हैं। 


इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि इजरायली हमलों ने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को 'बहुत लंबे समय' के लिए पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि हम ईरान की सरकार को गिराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं लेकिन हमलों के कारण ऐसा होता है तो इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान का शासन 'बहुत कमजोर' हो गया है।


इससे पहले G-7 समिट में शामिल होने कनाडा पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें जल्द से जल्द वॉशिंगटन लौटना होगा। ट्रंप वॉशिंगटन के लिए रवाना भी हो गए हैं। कनाडा में ट्रंप ने कहा, 'मुझे जितनी जल्दी हो सके, वापस लौटना होगा। यह बहुत जरूरी है।'

 

यह भी पढ़ें-- एक परमाणु युद्ध और 20 हजार साल पीछे हो जाएगी दुनिया, समझिए कैसे

इजरायल-ईरान में मिसाइल अटैक जारी

इजरायल और ईरान, दोनों एक-दूसरे पर मिसाइलों से हमले कर रहे हैं। इजरायली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा कि हमने तेहरान के आसमान पर 'कब्जा' कर लिया है।


एफी डेफ्रिन ने दावा किया कि इजरायल ने सेंट्रल ईरान में 120 से ज्यादा सर्फेस-टू-सर्फेस मिसाइल लॉन्चरों को तबाह कर दिया है। इसके साथ ही दो F-14 लड़ाकू विमानों को भी मार गिराने का दावा किया है। इजरायल का कहना है कि इन्हीं विमानों से ईरान उस पर बमबारी कर रहा था।


इतना ही नहीं, इजरायल ने सोमवार को ईरान के सरकारी न्यूज चैनल पर हमला कर दिया। यह हमला लाइव टेलीकास्ट के दौरान हुआ। यह हमला तब हुआ, जब न्यूज एंकर खबर पढ़ रही थी और तभी जोरदार हमला हुआ। धमाके के बाद एंकर स्टूडियो छोड़कर भाग गई। 

 


दावा है कि टीवी चैनल पर हमला करने से पहले इजरायल ने तेहरान को खाली करने की चेतावनी दी थी। टीवी चैनल की एंकर ने दावा किया कि इस बिल्डिंग पर 4 बम गिराए गए थे। हमले के बाद पूरे स्टूडियो में धूल भर गई थी। एक एंकर ने बताया कि इस हमले में कुछ लोग घायल हुए हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर नहीं है।


टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने तेहरान से कौम तक हथियार ले जा रहे एक ट्रक को भी निशाना बनाया। दावा है कि इस ट्रक में एयर-टू-सर्फेस मिसाइलें थीं। 

 

यह भी पढ़ें-- आजाद ख्यालों से लेकर कट्टर सोच तक... ईरान की कहानी क्या है?

ईरान ने दागीं मिसाइलें

इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान ने भी उस पर सैकड़ों मिसाइलें दागीं हैं। ईरान ने दावा किया है कि सोमवार को उसने इजरायल पर 100 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है।


ईरान की मिसाइलों ने लगातार दूसरी रात इजरायल के हाइफा शहर में एक तेल रिफाइनरी पर हमला किया। इजरायल ने बताया कि इस हमले में तीन मजदूरों की मौत हो गई। इजरायल ने बताया कि ईरानी हमलों के बाद एक बड़ी इमारत में आग लग गई।

 

तेल अवीव में ईरान का हमला। (Photo Credit: PTI)

इसके अलावा ईरान में सेंट्रल इजरायल के पेटाह टिकवा शहर में भी मिसाइलों से हमला किया। इजरायली अधिकारियों ने बताया कि ईरानी स्ट्राइक में पेटाह टिकवा में एक रिहायशी इमारत को निशाना बनाया, जिसके बाद इमारत पूरी तरह ढह गई। 


इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हकाबी ने बताया कि एक ईरानी मिसाइल तेल अवीव में अमेरिकी कॉन्सुलेट के पास आकर गिरी। इससे थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस हमले में किसी अमेरिकी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

 

यह भी पढ़ें-- दोस्त से दुश्मन तक... इजरायल और ईरान की दुश्मनी की पूरी कहानी

ट्रंप की चेतावनी- तेहरान खाली करें

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जल्द से जल्द तेहरान खाली करने की चेतावनी दी है। हालांकि, उन्होंने इसका कोई कारण नहीं बताया है।


ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'ईरान को उस डील पर साइन कर लेना चाहिए था, जिस पर मैंने उन्हें साइन करने को कहा था। यह कितनी शर्म की बात है। सीधे शब्दों में कहें तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता। मैंने इसे बार-बार कहा है। सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।'

 


इससे पहले कनाडा में G-7 समिट के दौरान ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि ईरान बातचीत की टेबल पर आना चाहता है और डील करना चाहता है। जैसे ही मैं यहां से जाऊंगा, हम कुछ करने जा रहे हैं।'


CNN ने बताया है कि ट्रंप ने अपनी टीम से कहा है कि जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी ईरानी अधिकारियों के साथ मीटिंग करें।

 

यह भी पढ़ें-- ईरान, लेबनान, गाजा, हर तरफ दुश्मन, फिर भी कैसे अजेय है इजरायल?

खामेनेई पर क्या बोले नेतन्याहू?

ऐसा माना जा रहा है कि इजरायल अपने हमलों के जरिए ईरान में अयातुल्लाह अली खामेनेई को हटाने की कोशिश कर रहा है। ABC न्यूज के साथ इंटरव्यू में जब पूछा गया कि ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की हत्या की प्लानिंग को खारिज कर दिया था, क्योंकि इससे संघर्ष और बढ़ सकता था तो जवाब देते हुए नेतन्याहू ने कहा, 'इससे संघर्ष बढ़ेगा नहीं, बल्कि खत्म होगा।'


नेतन्याहू ने कहा, 'ईरान का शासन आधी सदी से संघर्ष बढ़ा रहा है, जो मध्य पूर्व में सभी को आतंकित करता है। सऊदी अरब में अरामको की ऑयल रिफाइनरी पर बमबारी की है। हर जगह आतंकवाद फैला रहा है। ईरान हमेशा से युद्ध चाहता है और उसने हमें परमाणु युद्ध की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। इजरायल उसे रोक रहा है। हम बुरी ताकतों के सामने खड़े होकर ही ऐसा कर सकते हैं।'

 


यह पूछे जाने पर कि क्या खामेनेई को भी टारगेट किया जाएगा? इस पर नेतन्याहू ने कहा, 'इजरायल वही कर रहा है, जो करना जरूरी है।' उन्होंने कहा, 'हमने उनके परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है। असल में यह हिटलर की परमाणु टीम है।'


नेतन्याहू ने कहा, 'आज तेल अवीव है। कल न्यूयॉर्क होगा। हम इंसानियत के लिए लड़ रहे हैं। हमारी लड़ाई बुराई के खिलाफ है। अमेरिका अच्छाई के साथ खड़ा है। राष्ट्रपति ट्रंप यही कर रहे हैं।' नेतन्याहू ने दावा करते हुए कहा, 'हम अपने दुश्मन से नहीं, बल्कि आपके दुश्मन से लड़ रहे हैं।'


वहीं, इजरायल और ईरान की जंग में अब तक कइयों की मौत हो चुकी है। इजरायल में अब तक 24 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, ईरान ने इजरायली हमलों में 224 लोगों के मारे जाने का दावा किया है।