आज के समय में हर चीज हमारे खानपान से जुड़ी है। खासतौर से शुगर वाली चीजों का सेवन करना सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है। क्या आप जानते हैं शुगर वाली ड्रिंक्स को पीने से डिप्रेशन हो सकता है। हाल ही में यह स्टडी 'जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर' में पब्लिश हुई है। स्टडी में कहा गया कि युवाओं में आर्टिफिशियल स्वीटनर वाली ड्रिंक्स को पीने से डिप्रेशन होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। हालांकि कॉफी और फ्रूट जूस पीने वालों में डिप्रेशन का खतरा कम होता है।

 

यह स्टडी चीने के वेनझोउ मेडिकल यूनवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है। इस स्टडी को करने का उद्देश्य यह था कि कैसे बेवरेज का सेवन करने से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। जबकि पहले भी अध्ययनों में हमारी डाइट और स्वास्थ्य के बीच संबंध पाया गया है।

 

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शुगर वाली ड्रिंक्स पीने से मानिसक स्वास्थ्य पर पड़ता है असर

 

आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य सबसे बड़ी समस्या है। ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि कैसे रोजाना शुगर वाली ड्रिंक्स को पीने से हमारे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है। यह स्टडी सॉफ्ट ड्रिंक्स, डाइट बेवरेज, फ्रूट जूस, कॉफी, मिल्क और चाय पर हुई है।

 

स्टडी में 1,88, 355 लोगों को डेटा लिया गया जिनकी उम्र 37 से 73 साल के बीच में थी। शोधकर्ताओं ने अस्पताल के 11 साल पुराने डेटा का भी विशलेषण किया है। इसमें उन लोगों को शामिल नहीं किया गया जिन्हें पहले से डिप्रेशन या एंग्जाइटी की बीमारी थी। स्टडी में शामिल लोगों के लाइफस्टाइल, डाइट और हेल्थ फैक्टर सभी चीजों का आकलन किया गया।

 

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शुगर ड्रिंक्स और मेटल हेल्थ में पाया गया संबंध

 

स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों की उम्र 60 साल से कम है और वे अगर दिन में एक बार शुगर वाली ड्रिंक्स पी रहे हैं तो डिप्रेशन होने का खतरा 14% तक बढ़ सकता है। उसी तरह जब यही लोग आर्टिफिशियल स्वीटनर वाली ड्रिंक्स पी रहे हैं तो डिप्रेशन का खतरा 23% तक बढ़ सकता है। हालांकि जो लोग रोजाना एक ग्लास फ्रूट या वेजिटेबल जूस पी रहे हैं तो उनमें डिप्रेशन का खतरा 19% तक कम होता है।