फिटनेस का मतलब जिम में घंटों पसीना बहाना नहीं है। असल में फिट रहने का मतलब है कि शरीर को फिट रखना है। इसके लिए आपको शारीरिक गतिविधियों के साथ व्यायाम करना भी जरूरी है। फिटनेस का मतलब है कि आपका शरीर कितनी अच्छी तरीके से काम करता है।  इसमें सिर्फ मांसपेशियां नहीं बल्कि आपका दिल फेफड़े और हार्मोन भी शामिल होते हैं। सबसे अच्छी बात है? फिट रहने के लिए महंगे जिम या इक्विपमेंट्स की जरूरत नहीं होती है।

 

आज के समय में कार्डियो एक्सरसाइज करने के लिए आपको महंगे जिम जाने की जरूरत नहीं होती है। बुजुर्गों से जुड़ी रिसर्च के अनुसार, स्क्वाट एक ऐसा आसान और असरदार व्यायाम है जो बिना किसी खर्च के आपकी मांसपेशियों को मजबूत, शरीर को फ्लेक्सिबल बनाए रखने में मदद करता है।

 

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बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है स्क्वॉट्स

Journal of Strength and Conditioning Research में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 70 से 85 साल के बुजुर्गों को ट्रे़डिशनल और चेयर स्क्वाट करने का फायदा मिलता है। दोनों एक्सरसाइज को करने से मांसपेशियां मजबूत होती है। व्यायाम बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है। जैसे- जैसे उम्र बढ़ती है, हमारी मांसपेशियों धीरे धीरे कमजोर होने लगती हैं। CDC (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, 65 साल से ऊपर के लोगों को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट फिजिकल एक्टिविटी  करना चाहिए। इसके साथ हफ्ते में 2 दिन मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम भी जरूरी है। 

 

Medicine & Science in Sports & Exercise की 2018 की स्टडी में बताया गया कि जो बुजुर्ग लोग नियमित रूप से पैर की मांसपेशियों के लिए व्यायाम करते हैं। उनके चलने की रफ्तार बेहतर होती है, शरीर संतुलित रहता है और गिरने की संभावना कम हो जाती है। स्क्वॉट्स एक असरदार व्यायाम है जो जांघ, कमर और पेट की मांशपेशियों को मजबूत बनाता है। यह एक्सरसाइज शरीर को टोन करने में मदद करता है।

 

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स्क्वॉट्स करने का तरीका

  • अपने पैरों को कंधों की चौड़ाई तक खोलें।
  • पीठ सीधी रखें और दोनों हाथों को फैलाएं या छाती पर मोड़ लें।
  • घुटनों को मोड़ें और नीचे बैठें।
  • ऐसे बैठें जैसे आप कुर्सी पर बैठने जा रहे हों।
  • घुटने पैर की उंगलियों के आगे न जाएं।
  • पीठ को सीधी रखें और 2 से 3 सेकंड रुकें। 
  • धीरे- धीरे खड़े हो जाएं और अपनी शुरुआती स्थिति में जाएं।