मथुरा केली कुंज आश्रम के संत प्रेमानंद जी महाराज की तबीयत ठीक नहीं है। स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रेमानंद जी महाराजी की पदयात्रा को 2 अक्टूबर से अनिश्चित काल तक के लिए बंद कर दिया गया है। प्रेमानंद जी महाराज किडनी संबंधी समस्याओं से गुजर रहे हैं।

 

वह लंबे समय से पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं। हालांकि उनकी सेहत में पहले से सुधार है। पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज क्या होती है? इसके लक्षण और इलाज क्या है? सब कुछ जानेंगे।

 

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पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज क्या है?

यह एक जेनेटिकल डिसऑर्डर है जिसमें जीन म्यूटेशन के कारण किडनी में सिस्ट बनने लगते है। यह एक क्रोनिक डिजीज है जिसमें किडनी तक फेल हो सकती है। इससे पीड़ित व्यक्ति को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट कराने की जरूरत पड़ती है।

 

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज दो प्रकार की होती है।

  • ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलिसिस्टक किडनी डिजीज (ADPKD)
  • ऑटोसोमल रिसेसिव पॉलिसिस्टक किडनी डिजीज (ARPKD)

ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलिसिस्टक किडनी डिजीज (ADPKD), यह आम प्रकार का पॉलीसिस्टिक किडनी डिसऑर्डर है जो 30 से 50 साल के व्यक्ति को हो सकता है। अगर यह बीमारी आपके माता- पिता में किसी को है तो यह आपको भी हो सकती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों के पीकेडी 1 और पीकेडी 2 जीन में बदलाव होता है।

 

ऑटोसोमल रिसेसिव पॉलिसिस्टक किडनी डिजीज- यह एक दुलर्भ रूप है जो नवजात को हो सकता है। इसमें भ्रूण के अंदर किडनी की ग्रोथ असामान्य रूप से होती है। डॉक्टर प्रेग्रेंसी के दौरान या बच्चे के जन्म के तुरंत बाद भ्रूण में ऑटोसोमल रिसेसिव पॉलिसिस्टक किडनी डिजीज का ट्रीटमेंट करते हैं।

 

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पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज का लक्षण

  • हाई ब्ल्ड प्रेशर
  • पीठ में दर्द
  • सिरदर्द
  • पेट में दर्द और ब्लोटिंग
  • पेशाब में खून आना
  • किडनी और यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण
  • किडनी स्टोन

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज का इलाज

इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है लेकिन दवाओं और ट्रीटमेंट के जरिए इसके फैलने की गति को धीमा किया जाता है। बीमारी को नियंत्रित रखने के लिए डाइट, एक्सरसाइज पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा जाता है ताकि ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहे। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके स्ट्रोक और दिल से जुड़ी बीमारी के खतरों को कम कर सकते हैं। अगर आपकी किडनी फेल हो गई है तो आपको डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट कराने की जरूरत पड़ सकती है।