जापान में इन्फ्लूएंजा वायरस तेजी से फैल रहा है। सरकार ने इस बीमारी को राष्ट्रव्यापी महामारी घोषित कर दिया है। इस बीमारी से लोग बेहाल है। जापानी रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी की वजह से स्कूल को बंद कर दिया गया है और अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं।
जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 3 अक्टूबर तक इन्फूलएंजा से 4000 से अधिक लोगों को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया था। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए देश भर में कम से कम 135 स्कूल और बाल देखभाल केंद्रों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
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बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित
Health Sciences University of Hokkaido के प्रोफेसर Yoko Tsukamoto के मुताबिक इस साल फ्लू का मौसम जल्दी ही शुरू हो गया है लेकिन दुनियाभर में बदलते वातावरण में यह सामान्य परिद्दश्य बन सकता है। इस बीमारी के संक्रमण से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बरतने की जरूरत है जैसे कि वैक्सीनेशन लगवाएं और नियमित रूप से साबुन से हाथों को धोएं। स्वस्थ लोगों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन जरूरी सावधानियां बरतें।
यह बीमारी ओकिनावा, यामागुची जैसे क्षेत्रों में तेजी से फैल रही हैं जिसकी चपेट में ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग आ रहे हैं क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
क्या है इस बीमारी के लक्षण?
- तेज बुखार
- गले में दर्द
- लगातार खांसी
- बदन दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- कमजोरी
- थकान
- भूख कम लगना
- बेचैनी और मूड स्विंग्स
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जापान में क्यों बंद हुए स्कूल?
इस वायरस की चपेट में सबसे अधिक बच्चे और बुजुर्ग आ रहे हैं। बच्चों को संक्रमित होने से बचाने के लिए स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। साथ ही देशभर में स्वास्थ्य एंडवाइजरी जारी कर दी गई है ताकि लोग इस बीमारी के चपेट में आने से बच सकें।