दिल्ली पुलिस को एक व्यक्ति की पिछले 25 साल से तलाश थी। वह हत्या के चार मामलों में वांछित था। 25 साल बाद 5 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने आखिकार आरोपी को धर दबोचा है। पुलिस ने आरोपी की पहचान अजय लांबा उर्फ बंसी के तौर पर बताई है। उसे इंडिया गेट से पकड़ा गया है। आरोपी वारदात के बाद देहरादून और नेपाल में अपने परिवार के साथ भी रहा। लांबा पर आरोप है कि वह दिल्ली से कैब हायर करता था। उत्तराखंड ले जाकर ड्राइवरों की हत्या करने के बाद कार को नेपाल में बेच देता था। पिछले 25 साल से फरार लांबा के खिलाफ 2001 में न्यू अशोक नगर थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया है।   

 

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अजय लांबा 1990 के दशक में बेहद सक्रिय था। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उसे इंडिया गेट के पास से दबोचा है। दरअसल, आरोपी 2021 में दर्ज एक नशीले पदार्थ मामले की सुनवाई में शामिल होने आया था। इसी वक्त एक मुखबिर ने उसे पहचान लिया। आरोपी ने नाम, पहचान और निवास स्थान बदलकर कई राज्यों की पुलिस को चकमा दिया।

 

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पुलिस को शक- कई और मामले भी कर चुका होगा

पुलिस उपायुक्त (अपराध) आदित्य गौतम के मुताबिक हत्या के चार मामलों में अजय लांबा की तलाश थी। उसने 1999 से 2001 तक इन हत्याओं को अंजाम दिया। आरोपी दिल्ली से उत्तराखंड के लिए कैब बुक करता था। यहां आने के बाद ड्राइवरों की हत्या करके शवों को जंगल में फेंक देता था। शव मिलने के बाद पुलिस जांच में पता चला कि मृतकों को आखिरी बार अजय लांबा के साथ देखा गया था। उसके खिलाफ उत्तराखंड के हल्द्वानी, चंपावत और दिल्ली में मामले दर्ज हैं। पुलिस को शक है कि उसने कई अन्य वारदातों को भी अंजाम दिया है। 

बरेली में दोस्तों के पास रहा

पुलिस का कहना है कि 1995 से पहले अजय लांबा अवैध हथियार और चोरी की वारदात में लिप्त था। स्कूल छोड़ने के बाद अपराध जगत में कदम रखा। विकासपुरी इलाके में उसे खराब चरित्र वाला व्यक्ति घोषित किया गया। इसके बाद आरोपी ने अपनी पहचान बदली और यूपी के बरेली में रहने लगा। बाद वह अपने दोस्तों की मदद से कैब चालकों को निशाना बनाने लगा। 

 

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2018 तक नेपाल में रुका

आरोपी को दिल्ली पुलिस और ओडिशा पुलिस ड्रग्स व चोरी के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। हत्या के मामले में उसे पहली बार पकड़ा गया है। पुलिस के मुताबिक घोषित अपराधी होने के बाद अजय लांबा नेपाल भाग गया था। यहां साल 2018 तक रुका। बाद वह अपने परिवार के साथ देहरादून में रहने लगा। 2024 में ओडिशा पुलिस ने ज्लैवरी शॉप में चोरी के आरोप में उसे दबोचा था। 2020 में दिल्ली में उसे नशा तस्करी मामले में पकड़ा गया। वह ओडिशा से देश के अन्य राज्यों में गाजा की तस्करी कर रहा था।