केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के अधिकृत पदों की संख्या 2 लाख 20 हजार कर दी है। इस घोषणा से CISF को मजबूती तो मिलेगी ही साथ में युवाओं खासकर महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। अगले पांच साल तक इस फोर्स में हर साल 14,000 जवानों को भर्ती करने की योजना है। सरकार के इस फैसले से अगले पांच साल में CISF में बड़ी संख्या में युवाओं को भर्ती किया जाएगा जिससे CISF को मजबूती मिलेगी। 

 

साल 2024 में CISF ने 13,230 जवान भर्ती किए और साल 2025 में 24,098 जवानों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। न्यूज एजेंसी ANI ने एक अधिकारी के हवाले से लिखा कि गृह मंत्रालय के इस फैसले के बाद CISF में जवानों की संख्या बढ़ेगी, जिससे आने वाले समय में एक नई बटालियन का गठन किया जा सकता है। 

 

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महिलाओं को मिलेगा मौका

CISF में जवानों की संख्या बढ़ने से फोर्स में महिलाओं की संख्या भी पहले की तुलना में ज्यादा हो जाएगी। CISF के एक अधिकारी ने बताया, 'इस नई घोषणा से CISF में महिलाओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि फोर्स अभी महिलाओं को ज्यादा संख्या में शामिल करने की नीति पर काम कर रही है। CISF अब एक और बटालियन का गठन कर सकेगी जिसे आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा।'

कहां होती है CISF जवानों की तैनाती?

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी CISF का गठन 1969 में हुआ था। इसकी स्थापना इंडस्ट्रियल यूनिट्स को सुरक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी लेकिन बाद में इसे अन्य संस्थानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी दी गई। इस समय यह सुरक्षा बल 359 संस्थानों को सुरक्षा प्रदान करता है। CISF कर्मियों की तैनाती परमाणु ऊर्जा संयंत्र, अंतरिक्ष संस्थान, हवाई अड्डे, बंदरगाह, बिजली संयंत्र में की जाती है। 

 

इसके अलावा इसकी तैनाती सरकारी इमारतों, प्रतिष्ठित स्मारकों , दिल्ली मेट्रो, संसद भवन परिसर और जम्मू-कश्मीर की केंद्रीय जेलों की भी सुरक्षा में की जाती है। इसके साथ ही CISF कुछ वीआईपी लोगों को सुरक्षा भी प्रदान करती है।

 

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कितने पद खाली?

केंद्र सरकार ने एक सवाल के जवाब में बताया है कि केंद्रीय सुरक्षा बल (CAPF) में 1.09 लाख पद खाली हैं।उन्होंने बताया कि असम राइफल्स (AR), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF), सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF), इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP), सशस्त्र सीमा बल (SSB) में 10.67 लाख पद हैं, जिनमें से 9.47 लाख भरे हुए हैं। जबकि 1.09 लाख पद अभी खाली हैं।

 

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बाताया कि 2025 तक असम राइफल्स में 3 हजार 791, BSF में 14 हजार 467, CISF में 33 हजार 847, CRPF में 34 हजार 869, ITBP में 15 हजार 35 और SSB में 7 हजार 859 पद खाली थे।

पिछले साल शुरू हुई थीं 7 नई यूनिट

पिछले साल ही CISF को मजबूती देने के लिए सात नई यूनिट शुरू की गई थी। इनमें अयोध्या एयरपोर्ट, संसद भवन परिसर, हजारीबाग में NTPC कोल माइनिंग प्रोजेक्ट, पुणे में ICMR-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, बक्सर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, इटाह में जवाहर थर्मल पावर प्रोजेक्ट और मंडी में व्यास सतलुज लिंक प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसके अलावा, संसद भवन परिसर और इटाह में जवाहर थर्मल पावर प्रोजेक्ट में फायर विंग के तहत दो नई इकाइयां भी शुरू की गईं।

 

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अहम होती जा रही है CISF की भूमिका

आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से CISF की भूमिका आज के समय में बहुत अहम हो गई है। देशभर की कई अहम संस्थाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी इस सुरक्षा बल को मिली है। लगातार मिल रही नई जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए अब CISF में पदों की संख्या बढ़ा दी गई है। राष्ट्रीय संपत्तियों की सुरक्षा और भारत के आर्थिक विकास व बुनियादी ढांचे के विकास में CISF अहम योगदान दे रही है। केंद्र सरकार लगातार CISF को मजबूत करने के लिए कदम उठा रही है।