दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के बंगले पर आग लगने के बाद मिली भारी नकदी के मामले में सस्पेंस गहरा गया है। देश के इतिहास में पहली बार किसी जज को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 25 पन्नों की पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक की है।

 

21 मार्च को सीजेआई संजीव खन्ना ने दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को जस्टिस वर्मा से स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। जस्टिस वर्मा से पूछा गया कि उनके घर से मिले पैसे किसके हैं? इनका स्तोत्र क्या है? 15 मार्च सुबह कमरे से जला पैसा किसने साफ किया? 

 

यह भी पढ़ें: जस्टिस वर्मा के घर जले हुए नोटों की गड्डियां, SC ने जारी किया वीडियो

 

जस्टिस वर्मा के मामले को समझते हुए सवाल खड़े होते है कि किसी जज के घर में अधजले नोट से भरी 4-5 बोरियां क्यों मौजूद थी? सवाल है कि घर में आप कितना नकद रख सकते हैं? आइये समझें... 

 

कोई लिमिट नही लेकिन....

वैसे तो कोई सख्त लिमिट नहीं है कि आप घर में कितना कैश रख सकते हैं लेकिन अगर बड़ी मात्रा में नकद रखा है, तो उसका स्रोत स्पष्ट होना चाहिए। भारत में घर में नकद रखने की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं है लेकिन, आयकर विभाग (Income Tax Department) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) बड़ी नकदी पर हमेशा नजर रखते हैं।

 

अगर कैश का स्रोत स्पष्ट नहीं है तो आयकर विभाग जांच कर सकता है। अगर किसी के घर पर आयकर छापा या तलाशी होती है और व्यक्ति कैश का सोर्स साबित नहीं कर पाता, तो वह अघोषित आय मानी जा सकती है।

 

यह भी पढ़ें: जस्टिस वर्मा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गठित किया 3 सदस्यीय पैनल

2 लाख से अधिक कैश ट्रांजैक्शन अवैध

बता दें कि इसको लेकर आयकर विभाग के नियम भी है। जैसे अगर 2 लाख रुपये से अधिक का कैश ट्रांजैक्शन किया जाता है, तो यह अवैध माना जाएगा। उदाहरण के लिए शादी में गिफ्ट या किसी को लोन देने के लिए खर्च की गई रकम। वहीं, 10 लाख रुपये से अधिक के कैश डिपॉजिट या बड़ी नकद खरीदारी पर बैंक को रिपोर्ट करना पड़ता है। इसके अलावा अगर कोई 50 लाख रुपये या उससे अधिक की संपत्ति नकद में खरीदता है, तो उसकी रिपोर्टिंग होती है।

 

छापे में पकड़े गए कैश का क्या होता है?

अगर किसी व्यक्ति के घर से आयकर विभाग छापे में बड़ी मात्रा में अघोषित नकदी मिलती है और वह इसका वैध स्रोत नहीं बता पाता, तो उस पर 60% से 137% तक का टैक्स और पेनल्टी लग सकती है। अगर कैश का स्रोत गलत गतिविधियों से जुड़ा हो (जैसे, हवाला, घूस, अपराध), तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) या CBI भी जांच कर सकता है।

 

यह भी पढ़ें: शादी में दुल्हन पर चल गया कलर बम, पीठ और बाल जले

घर पर कितना कैश रखना सेफ है?

सामान्य खर्च और व्यापारिक जरूरतों के लिए 2-3 लाख रुपये तक रखना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। अगर घर में 10 लाख रुपये या उससे अधिक कैश रखा गया है, तो उसका वैध स्रोत का रिकॉर्ड होना जरूरी है। ऐसे में बैंकों में कैश रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि डिजिटल ट्रांजैक्शन सुरक्षित और कानूनी रूप से आसान होते हैं।