भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत ने चीन और तुर्की पर भी कुछ डिजिटल पाबंदियां लगाई हैं। बुधवार को भारत सरकार ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसियों – ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ – के X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट्स पर और तुर्की के सार्वजनिक प्रसारक टीआरटी वर्ल्ड पर देश में प्रतिबंध लगा दिया।

 

हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक सैन्य कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस और डिफेंस सिस्टम पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ। इसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए।

 

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क्या है पूरा मामला?

 

इस संघर्ष के दौरान चीन की इन सरकारी समाचार एजेंसियों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय सेना के संबंध में झूठी और भ्रामक खबरें प्रकाशित कीं। भारत की ओर से इन फर्जी प्रचारों को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई। चीन स्थित भारतीय दूतावास ने ग्लोबल टाइम्स को सख्त चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी प्रकाशित करने से पहले तथ्यों की जांच और स्रोत की पुष्टि अवश्य करें। वहीं 7 मई को तुर्की और अजरबैजान ने पाकिस्तान के साथ एकजुटता दिखाते हुए बयान जारी किए और पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हवाई हमलों की निंदा की।

 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई गई कि भारतीय वायुसेना का एक राफेल जेट बहावलपुर में मार गिराया गया। ग्लोबल टाइम्स ने भी इस दावे को प्रमुखता से प्रकाशित किया। हालांकि, PIB की फैक्ट चेक टीम ने इस खबर को गलत करार दिया और स्पष्ट किया कि जिस विमान की तस्वीर प्रसारित की गई थी, वह 2021 में पंजाब में दुर्घटनाग्रस्त हुए एक MiG-21 की है।

 

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इसी बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश के कई स्थानों के नाम बदलने का निरर्थक प्रयास किया है। इस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने सख्त आपत्ति जताते हुए कहा है कि 'अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा।'