मानसून इस बार समय से पहले आ गया है। देश के कई हिस्सों में जबरदस्त बारिश देखने को मिल रही है। दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र और केरल तक बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। महाराष्ट्र में तेज बारिश के चलते 5 लोगों की मौत हो गई जबकि केरल में करोड़ों रुपये की जमीन और सड़कें तबाह हो गई हैं। मौसम विभाग ने कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।


महाराष्ट्र में तेज बारिश के कारण गुरुवार को 4 लोगों की नाले और नदी में डूबने से मौत हो गई। एक की मौत बिजली गिरने से हो गई। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण बीड, नांदेड़ और मराठवाड़ा के कुछ इलाकों में बाढ़ आ गई। नांदेड़ जिले के हदगांव में तो ऐसी जबरदस्त बारिश हुई कि मानो बादल फट गया हो। 


उन्होंने बताया कि हदगांव के वरवत गांव में खेत से घर जा रहे तीन लोगों की नाले में डूबने से मौत हो गई। इनकी पहचान दुर्गा बलवंथ शिरके (10), अरुणा बलवंत शिरके (37) और समीक्षा विजय शिरके (7) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि बीड के तकालगावण इलाके में 37 साल के ज्ञानेश्वर परेड की नदी में डूबने से मौत हो गई। वहीं, 40 साल के अरुण राठौड़ की बिजली का झटका लगने से मौत हो गई।

 

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घरों-सड़कों पर भर गया पानी

मंगलवार को महाराष्ट्र के कई इलाकों में दो घंटे से ज्यादा तक मूसलाधार बारिश हुई, जिस कारण घरों और सड़कों पर पानी भर गया। लातूर में मंगलवार दोपहर सवा 2 बजे से सवा 4 बजे तक तेज बारिश हुई, जिसने सड़कों को नदियों में तब्दील कर दिया।


न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, लातूर शहर के कई हिस्सों में पानी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया और मोटरसाइकिलें तेज बहाव में बह गईं, जबकि कई कारें सड़क के बीच में फंस गईं, जो बाढ़ के पानी में आधी डूबी हुई थीं।

 


रिहायशी इलाके भी बारिश की चपेट में आने से अछूते नहीं रहे, खासकर निचले इलाकों जैसे उस्मानपुरा, मंत्री नगर, ओल्ड औसा रोड, सम्राट चौक, पटेल चौक और डॉ. आंबेडकर चौक में बारिश का पानी घरों में घुस गया। लातूर शहर में बाढ़ के लिए मशहूर छत्रपति शिवाजी महाराज फ्लाईओवर अंडरपास में पूरी तरह पानी भर गया। लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है लेकिन भारी बारिश, अधूरी नालियों की सफाई और निचले इलाकों में खराब जल प्रवाह के कारण संकट और गहरा गया। कई इलाकों में पानी का स्तर 2.5 से 5 फीट तक पहुंच गया है।

 

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केरलः सड़कों से लेकर जमीन तक तबाह

केरल में मंगलवार को लगातार भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जगहों पर रेल और सड़क यातायात बाधित हुआ। निचले इलाकों में बाढ़ आई और करोड़ों रुपये की फसलें नष्ट हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में बारिश, बाढ़ और तेज हवाओं के कारण 242.74 हेक्टेयर खेती की जमीन नष्ट हो गई है, जबकि पड़ोसी कोझीकोड जिले में 101.47 हेक्टेयर जमीन पर फसलें नष्ट हो गई हैं।


नदियों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। वायनाड के निचले इलाकों में स्थित बड़ी संख्या में घर पानी में डूब गए हैं, जहां पिछले कई दिनों से भारी बारिश से कोई राहत नहीं मिली है। कई इलाकों में पानी भर गया है और लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए फाइबर बोट का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है, जिनमें दूरदराज के आदिवासी इलाकों के लोग भी शामिल हैं।

 


एर्नाकुलम जिले के ऊंचे इलाकों, खासकर कोठामंगलम इलाके से घरों के नष्ट होने और कृषि फसलों के नुकसान की खबरें आई हैं। तिरुवनंतपुरम के पास ऊंचे इलाकों कल्लर में पहाड़ियों से सड़कों पर गिरे बड़े-बड़े पत्थरों ने कुछ समय के लिए यातायात को बाधित कर दिया। कन्नूर में भी बारिश से हालात बहुत खराब हो गए हैं, क्योंकि वहां से भी भूस्खलन और निचले इलाकों के जलमग्न होने की घटनाएं सामने आ रहीं हैं।


इससे पहले राजस्व मंत्री के. राजन ने बताया था कि भारी बारिश के कारण केरल में 607 घर नष्ट हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 21 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए।

 

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गुजरात में राहत लेकर आई बारिश

गुजरात के कई इलाकों में भी मंगलवार को भारी बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग ने बताया कि सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों के साथ-साथ दक्षिण और मध्य गुजरात में अगले दो दिनों के दौरान भारी बेमौसम बारिश होने की संभावना है। 


मौसम विभाग ने बताया कि सौराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण और मध्य गुजरात के दाहोद, महिसागर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड, भावनगर, अमरेली और गिर सोमनाथ जैसे जिलों में 28 और 29 मई को 'भारी बारिश' होगी, जबकि अन्य इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।


मंगलवार को गुजरात के कई हिस्सों, खासकर दक्षिणी जिलों में प्री-मानसून बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के कम से कम 22 तालुकाओं में मंगलवार को 10 मिमी से 60 मिमी के बीच बारिश हुई। भावनगर के महुवा तालुका में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच 60 मिमी बारिश हुई, जो गुजरात में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है।

 

 

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दिल्ली को लेकर क्या है भविष्यवाणी?

दिल्ली-एनसीआर में कई दिनों से रुक-रुककर तेज बारिश और आंधी-तूफान का दौर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को मौसम साफ होने के कारण दिल्ली में गर्मी भी महसूस हुई। 


मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग ने बुधवार को दिल्ली में हल्की बारिश होने और बादल छाए रहने की संभावना जताई है। बुधवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इसका मतलब हुआ कि बुधवार को गर्मी बढ़ सकती है।


हालांकि, दिल्ली में शुक्रवार से फिर आंधी-तूफान और तेज बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि 30 और 31 मई को दिल्ली में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। मसौम विभाग का कहना है भारी बारिश के कारण तापमान के सामान्य से कम रहने की उम्मीद है।