अफ्रीकी देश अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको भारत की यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। यहां हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी ने उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। अंगोला के राष्ट्रपति के सामने ही पीएम मोदी ने आतंक के आकाओं और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हम आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने को प्रतिबद्ध हैं। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में अंगोला ने समर्थन जताया है। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है। मैं पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने पर राष्ट्रपति लौरेंको और अंगोला को धन्यवाद देता हूं। 

 

भारत और अफ्रीकी यूनियन वैश्विक दक्षिण के स्तंभ

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 8 अफ्रीकी देशों में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोले हैं। पांच देशों में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में सहयोग कर रहा है। हमें किसी भी आपदा में अफ्रीका के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का सौभाग्य मिला है। भारत और अफ्रीकी यूनियन प्रगति में भागीदार हैं और वैश्विक दक्षिण के स्तंभ हैं।

 

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अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से मैं अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता के लिए अंगोला को शुभकामनाएं देता हूं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ को जी-20 की स्थायी सदस्यता मिली। भारत और अफ्रीकी देशों ने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक स्वर में आवाज उठाई। आज हम वैश्विक दक्षिण के हितों, आशाओं, अपेक्षाओं और आकांक्षाओं की आवाज बनकर एक साथ खड़े हैं।

 

रक्षा सहयोग में भी तेजी

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में अफ्रीकी देशों के साथ भारत के सहयोग में तेजी आई है। आपसी व्यापार लगभग 100 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। रक्षा सहयोग और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति हुई है। पिछले महीने ही भारत और अफ्रीका के बीच पहला नौसैनिक समुद्री अभ्यास हुआ। 

 

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इन क्षेत्रों में मजबूत होंगे अंगोला से रिश्ते 

पीएम मोदी ने जानकारी दी कि पिछेल 10 साल में भारत ने अफ्रीका में 17 नए दूतावास खोले हैं। इसके अलावा 12 बिलियन डॉलर से अधिक की क्रेडिट लाइन दी है। भारत अंगोला के सशस्त्र बलों को ट्रेनिंग भी दे रहा है। पीएम ने बताया कि दोनों देशों ने स्वास्थ्य सेवा, हीरा प्रसंस्करण, उर्वरक और खनिज क्षेत्र में संबंधों को और अधिक मजबूत करने का फैसला किया है। 

38 साल बाद भारत आए अंगोला के राष्ट्रपति

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति लौरेंको और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। उन्होंने इस पल को एक ऐतिहासिक क्षण बताया। पीएम ने कहा कि 38 साल बाद अंगोला के राष्ट्रपति भारत के दौरे पर आए हैं। उनकी यह यात्रा न केवल भारत और अंगोला के बीच संबंधों को एक नई दिशा देने वाली है, बल्कि भारत और अफ्रीका के बीच संबंधों को मजबूत करेगी।