पादरी बजिंदर को मोहाली की पॉक्सो अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। बजिंदर सिंह ने नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न किया था, कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया था। साल 2018 में बजिंदर पर लगे इस केस में 7 साल बाद इंसाफ हुआ है। बजिंदर सोशल मीडिया पर बेहद मशहूर है, उसके लाखों में अनुयायी हैं। वह जादुई इलाज का दावा करता है और खुद को 'प्रोफेट' बताता है। सोशल मीडिया पर उसके कार्यक्रमों से जुड़े वीडियो खूब वायरल होते हैं।
पादरी बजिंदर को पीड़िता ने मनोरोग से पीड़ित बताया है। पीड़िता ने कोर्ट से कहा है कि बजिंदर मनोरोगी है, वह अगर जेल से बाहर आया तो फिर यही अपराध करेगा। उसे जिंदगीभर की उम्र कैद मिले। पीड़िता ने कहा है कि उसे सजा होने से कई लड़कियों को इंसाफ मिला है। पीड़िता ने पंजाब पुलिस से सुरक्षा मांगी है, उसे आशंका है कि बजिंदर उस पर हमले करा सकता है। पीड़िता के परिवार ने कोर्ट के फैसले पर कहा है कि 7 साल से कानूनी लड़ाई लड़ी जा रही थी, अब इंसाफ हुआ है।
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बजिंदर सिंह है कौन?
बजिंदर सिंह खुद को प्रोफेट बताता है लेकिन कोर्ट ने उसे रेपिस्ट बताया है। उस पर धर्मांतरण कराने के भी आरोप लगते रहते हैं। पंजाब में जिस जगह उसके कार्यक्रम होते हैं, वह लोगों को बपतिस्मा दिलाने का दावा करता है। बजिंदर अपने पास जादुई शक्तियां होने का दावा करता है। वह रोगियों के इलाज छू कर कर देता है। भूत-प्रेत बाधा भी सिर्फ छूकर दूर कर देता है।
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जादुई इलाज का दावा करता है बजिंदर
कई वीडियो में वह मरे लोगों को जिंदा कर देने का दावा करता है, कई वीडियो में वह पोलियो तक ठीक कर देना का दावा कर चुका है। वह हरियाणा के यमुना नगर का रहने वाला है। वह जाट हिंदू परिवार में पैदा हुआ था लेकिन हत्या के एक मामले में उसे जेल हो गई थी। जब जेल से छूटा तो वह ईसाई बन गया। साल 2016 में उसने अपनी मिनिस्ट्री बनाई, उसके लाखों प्रशसंक हैं। उसके चर्च का नाम, 'चर्च ग्लोरी ऑफ विजडम' है। वह अपने कार्यक्रमों में 'येशु येशु' गाता है। उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। उसके अनुयायी उसे सही ठहराते हैं।