देश के कई हिस्सों में अब मॉनसून ने दस्तक दे दी है और इसका असर साफ दिख रहा है। दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में अच्छी बारिश हुई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से काफी राहत मिली है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है और कई राज्यों में अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। दिल्ली में भी मौसम ने करवट ली है। मंगलवार की सुबह चिराग दिल्ली इलाके में 8:45 बजे घने काले बादल छा गए और धूप नजर नहीं आई। लगातार उमस और गर्मी से जूझ रहे दिल्ली वालों को अब थोड़ी राहत महसूस हो रही है, क्योंकि पिछले दो दिन से तापमान में गिरावट देखी जा रही है।

 

अगले दो दिन में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तरी अरब सागर, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि मौसम इसके लिए अनुकूल है। दो कम दबाव वाले क्षेत्रों की वजह से, 17 जून को गुजरात, तटीय और दक्षिणी कर्नाटक, उत्तरी कोंकण और उत्तरी केरल में कहीं-कहीं बहुत तेज या भारी बारिश हो सकती है। 18 जून को पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा में भी कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। पूर्वहत्तर भारत में अगले पांच दिन तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रह सकती है, और 18-19 जून को मेघालय में तो और भी ज्यादा बारिश हो सकती है।

 

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पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग के प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पूर्वी और मध्य भारत में 18 जून को अंडमान-निकोबार द्वीपों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिसमें कहीं-कहीं गरज और बिजली भी चमक सकती है। 18 से 21 जून के बीच मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ बारिश होगी।

 

18 से 19 जून तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का अनुमान है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में 18 से 21 जून के बीच, खासकर 20 और 21 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में 18 से 20 जून, बिहार में 18 और 19 जून को भारी बारिश की संभावना है। वहीं, 18 जून को गंगीय पश्चिम बंगाल में, 18 जून को ओडिशा में, और 18-19 जून को झारखंड में कहीं-कहीं बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है।

 

पश्चिम भारत का क्या हाल?

पश्चिम भारत में 18 से 20 जून के बीच गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश, बिजली कड़कने और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। 18 से 23 जून तक कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। खास तौर पर 18, 19, 22 और 23 जून को सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश होने की संभावना है।

 

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दक्षिण भारत में सताएगी बारिश

दक्षिण भारत में 18-19 जून के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, लक्षद्वीप और कर्नाटक में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ में बिजली, गरज-चमक और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं। तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा और तेलंगाना में 18-20 जून तक ऐसा ही मौसम रहेगा। 18 जून को तमिलनाडु में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। केरल, माहे, लक्षद्वीप और कर्नाटक में 18 जून को 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 18-20 जून तक तेज हवाएं चलने की संभावना है।

 

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पूर्वहत्तर भारत में भी बारिश

पूर्वोत्तर भारत में अगले 7 दिन तक ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी, साथ ही गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश का माहौल रहेगा। कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। खास तौर पर मेघालय में 18 और 19 जून को बहुत जोरदार बारिश होने की संभावना है। 18 से 23 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ में तूफान, बिजली चमकने और 40-50 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।

 

उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में इस दौरान भारी बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश में 20 से 22 जून को; पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 19 से 22 जून और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 19-20 जून को बहुत भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 20 और 21 जून को भी भारी बारिश हो सकती है।