दुनियाभर की एयरलाइंस फ्लाइट में पावर बैंक के इस्तेमाल पर चिंतित हैं। पावरबैंक से जुड़े नियमों को सख्त बनाया जा रहा है। अधिक गर्मी में पावर बैंक और फ्लाइट में आग लगने की घटनाओं के बाद सतर्कता बढ़ाई जा रही है। हाल ही में जापान ने हवाई यात्रा से जुड़े नए नियमों का एलान किया है। इसके मुताबिक फ्लाइट में यात्रियों को पावर बैंक अपनी नजर के सामने रखना होगा। 8 जुलाई यानी आज से यह नियम जापान में लागू हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन के मानक के मुताबिक यात्री जांच किए गए सामान में पावर बैंक नहीं रख सकते हैं।
वैश्विक स्तर पर पावर बैंक से जुड़ा कोई सार्वमान्य नियम नहीं है। अलग-अलग एयरलाइंस का अपना-अपना मानक है। दुनिया की कई बड़ी एयरलाइंस ने अपने नियमों को कड़ा किया है। अधिकांश एयरलाइंस 100 से 160WH क्षमता तक के पावर बैंक ले जाने की अनुमति देते हैं। मगर ज्यादातर पावर बैंक अपनी क्षमता को मिलीएम्पियर प्रति घंटा (MAh) में मापते हैं। मतलब यह है कि आप 43000 एमएएच से अधिक क्षमता का कोई पावर बैंक नहीं ले जा सकते हैं।
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चीनी कंपनियों ने पावर बैंक बनाना बंद किया
पावर बैंक बनाने वाली चीन की सबसे बड़ी कंपनी रोमोस टेक्नोलॉजी ने छह महीने तक अपना उत्पादन रोक दिया है। कंपनी ने ई-कॉमर्स वेबसाइट से भी अपने उत्पादों को हटा लिया है और बड़ी संख्या में पावर बैंक को वापस मंगवाना शुरू कर दिया है। चीन की यह कंपनी दुनियाभर के देशों में अपने प्रोडक्ट बेचती हैं। रोमोस के प्रोडक्ट में भारी खामी मिली है।
एक अन्य चीनी कंपनी एंकर ने भी 712,000 से पावर बैंक वापस मंगवाए हैं। बताया जा रहा है कि इन पावर बैंक की इन्सुलेशन प्रभावित हुई है। इस वजह से बार-बार ओवरहीटिंग हो रही है। 28 जून को चीन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने फ्लाइट में बिना लाइसेंस वाले सभी पावर बैंकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद ही चीनी कंपनियों ने यह फैसला लिया है।
क्या है जापान का नया नियम?
जापान ने यात्रियों को नजर के सामने ही पावर बैंक से उपकरणों को चार्ज करने की अनुमति होगी। नए नियम में बताया गया है कि पावर बैंक को गोद में या फ्लाइट की सीट पर बनी जेबों में रखकर ही चार्ज किया जा सकता है। ओवरहेड केबिन पर पावर बैंक को रखना प्रतिबंधित है। पावर बैंक को नजर के सामने रखने के पीछे तर्क यह है कि अगर उसमें आग लगती है या धुआं उठता है तो समय रहते उस पर काबू पाया जा सके। कोई भी यात्री 160Wh से अधिक क्षमता का पावर बैंक फ्लाइट में नहीं ले जा सकता है। हालांकि 100Wh और 160Wh के दो पावर बैंक ले जाने की अनुमति है।
पावर बैंक से खतरा क्या है?
लंबी दूरी के सफर में यात्रियों को फोन और लैपटॉप जैसे अन्य उपकरणों को चार्ज करने की जरूरत पड़ती है। अक्सर यात्री अपने साथ पावर बैंक लेकर चलते हैं। मगर यह पावर बैंक खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। दरअसल, पावर बैंक में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल होता है। अधिक गर्मी और ओवर चार्जिंग के कारण इनमें आग लगने का खतरा रहता है।
सीएनएन से बातचीत में ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय में एयरोस्पेस डिजाइन के सीनियर लेक्चरर सोन्या ब्राउन का कहना है कि पावर बैंकों में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरी में ऐसे पदार्थ होते हैं, जो अत्याधिक प्रतिक्रियाशील और ज्वलनशील होते हैं। यह बैटरी आग लगने का खुद भी जरिया बन सकती है और किसी अन्य कारणों से लगी आग में ईंधन का स्रोत बन सकती है।
पावर बैंक से आग की कितनी घटनाएं?
मार्च 2025 में दक्षिण कोरिया के गिमहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खड़े एयर बुसान विमान में भीषण आग लग गई थी। इसमें तीन लोग झुलसे थे। बाद में जांचकर्ताओं ने पावर बैंक से आग लगने की बात मानी। जापान में भी कई फ्लाइट में पावर बैंक से आग की घटनाओं को वहां के परिवहन मंत्रालय ने स्वीकार किया। मंत्रालय का कहना है कि समय रहते इस पर काबू पा लिया गया था। चीन के हांग्जो से उड़ान भरने के बाद हांगकांग एयरलाइंस के ओवरहेड केबिन में पावर बैंक से आग लग चुकी है।
अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के मुताबिक फ्लाइट के अंदर लिथियम बैटरी से आग लगने या धुआं निकलने की 500 से ज्यादा घटनाएं पिछले दो दशकों में सामने आ चुकी हैं। अमेरिका में पावर बैंक से आग लगने की घटना हर साल बढ़ रही हैं। 2016 में 32 मामले सामने आए थे। 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 84 तक पहुंच गया।
पावर बैंक में क्यों लगती है आग?
- घटिया मैन्युफैक्चरिंग
- पुरानी बैटरी
- पावर बैंक का दुरुपयोग
- ज्वलनशील पदार्थ
- अधिक गर्मी
- ओवर चर्जिंग
- बैटरी का क्षतिग्रस्त होना
- पानी के संपर्क में आना
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किन-किन एयरलाइंस ने सख्त बनाए नियम?
- दक्षिण कोरिया में पावर बैंक को सीट की जेब या नीचे रखने की अनुमति। ओवरहेड केबिन में पावर बैंक रखने पर बैन है।
- अमेरिका में विमान की सीट पर लगे यूएसबी आउटलेट से पावर बैंक को चार्ज करना सख्त माना है। पावर बैंक को प्लास्टिक बैग में रखना होता है।
- सिंगापुर एयरलाइंस पावर बैंक से चार्जिंग की अनुमति नहीं देती है।
- 15 मार्च से थाई एयरवेज में पावर बैंक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा है।
- एयर एशिया में पावर बैंक को चार्ज करने पर रोक, उसे सीट की जेब या नीचे रखना होगा।
- ताइवान की ईवा एयर, यूनी एयर और चाइना एयरलाइंस ने पावर बैंक उपयोग पर रोक लगा रखी है।
- मलेशिया एयरलाइंस ने पावर बैंक से चार्जिंग पर रोक लगा दी है।
- आयरलैंड की रयानएयर लाइन बैग को ऊपर रखने से पहले यात्रियों से पावर बैंक को बाहर निकालने को कहती है।
- चीन में जिन पावर बैंक को सुरक्षा प्रमाणन नहीं है, उन्हें विमान में नहीं ले जाया जा सकता है।
- हांगकांग में 7 अप्रैल से फ्लाइट के ओवरहेड केबिन में पावर बैंक रखने की अनुमति नहीं है।