सरकार ने इंडिगो संकट के बीच विमानन कंपनी को निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को रिफंड, सामान लौटाने और टिकट को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। सरकार ने निर्देश दिया है कि इंडिगो के यात्रियों तक पहुंचने के लिए इंडिगो एक विंडो बनाए, जिससे प्रभावित लोगों तक संपर्क किया जा सके। सरकार ने यात्रियों के साथ लगातार संपर्क में रहने के लिए कहा है। 

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को सभी लंबित रिफंड को रविवार शाम तक निपटाने का सख्त निर्देश दिया है। मंत्रालय ने अनिवार्य किया है कि सभी रद्द या बाधित उड़ानों के लिए रिफंड प्रक्रिया रविवार, 7 दिसंबर 2025 को रात 8 बजे तक पूरी तरह से पूरी हो जानी चाहिए।

इंडिगो की हजारों फ्लाइट्स कैंसल हो रही हैं। देशभर के एयरपोर्ट पर लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं, लोग परेशान हैं, कई यात्री अपना बैग तक नहीं वापस हासिल कर पा रहे हैं। टिकट के दाम भी महंगे हो गए हैं, जिनकी वजह से लोग परेशान हैं। कई जगह पर मुनाफाखोरी की खबरें सामने आईं हैं। 

यह भी पढ़ें: आपदा में अवसर! इंडिगो संकट के बीच 90,000 तक पहुंचा हवाई किराया

कितनी फ्लाइट्स कैंसल हुईं?

  • 850 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसल हुई थीं
  • दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई सबसे ज्यादा प्रभावित हैं
  • कई एयरपोर्ट पर 100-150 इंडिगो फ्लाइट्स ही कैंसल हुईं

असली वजह क्या है?

इंडिगो ने खुद माना है कि नई पायलट ड्यूटी रूल्स (FDTL) को ठीक से लागू करने की तैयारी नहीं की थी। 1 नवंबर 2025 से पायलटों को ज्यादा आराम और कम ड्यूटी के नए नियम लागू हुए। इसके लिए ज्यादा पायलट चाहिए थे, लेकिन इंडिगो के पास इतने पायलट नहीं थे। नतीजा ड्यूटी लिस्ट बिगड़ गई और हजारों फ्लाइट्स कैंसल करनी पड़ीं।

यह भी पढ़ें: जानबूझकर बनाए गए ऐसे हालात! नए नियमों का सिर्फ इंडिगो पर ही असर क्यों? समझिए

सरकार ने संकट का क्या समाधान निकाला?

सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने इंडिगो को फटकार लगाई है और सख्त आदेश दिए हैं। सरकार ने कहा है कि रिफंड का डेडलाइन 7 दिसंबर ही है। सारी कैंसल फ्लाइट्स का पूरा रिफंड करना जरूरी है। देर हुई तो बड़ी पेनाल्टी लगेगी। जिनकी फ्लाइट कैंसल हुई, उन्हें नई फ्लाइट बुक करने पर कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ेगा। जिसका बैग गायब है, उसे 48 घंटे के अंदर घर या वैकल्पिक जगह पर पहुंचाना होगा। इंडिगो को हर एयरपोर्ट पर खास काउंटर खोलने पड़े हैं जो खुद पैसेंजर्स को फोन करके रिफंड और नई बुकिंग करेंगे।

इंडिगो की फ्लाट कैंसिल होने के बाद एयरपोर्ट पर बैठे यात्री। (Photo Credit: PTI)

यह भी पढ़ें: किसी के हाथ में अस्थि तो किसी की मीटिंग छूटी, एयरपोर्ट पर फंसे लोग क्या बोले?

सरकार ने किराए पर क्या निर्देश दिए हैं?

सरकार ने सभी एयरलाइंस के लिए किराया सीमा लगा दी है, जिससे विमानन कंपनियां, मनमाने ढंग से टिकट के दाम न बढ़ा सकें।

  • 500 किमी तक:  7,500 रुपये अधिकतम
  • 500-1000 किमी: 12,000 रुपये अधिकतम
  • 1000-1500 किमी: 15,000 रुपये अधिकतम
  • 1500 किमी से ज्यादा: 18,000 रुपये अधिकतम


कब तक सामान्य होंगे हालात?

इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा है कि 10 से 15 दिसंबर 2025 के बीच सब पूरी तरह नॉर्मल हो जाएगा। आज से हर दिन कैंसिलेशन कम हो रही हैं और 9 फीसदी रूट्स पर फ्लाइट्स फिर शुरू हो गई हैं। दूसरे एयरलाइंस और रेलवे की मदद से हालात सामान्य हो रहे हैं। एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी किराए में बदलाव किया है, फ्री रिशेड्यूल और कैंसिल की सुविधा दी है। रेलवे ने 89 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं ताकि फंसे लोग घर पहुंच सकें।