महाराष्ट्र की राजनीति में दिसंबर का महीना बिछड़ों के मिलने का रहा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका का चुनाव कुछ साल की देरी से हो रहा है लेकिन इस चुनाव ने पहले ठाकरे परिवार को एकजुट किया। अब पवार परिवार ने भी पिंपरी-चिंचवड के चुनाव के लिए गठबंधन का एलान कर दिया है। रोचक बात है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) इस समय महायुति का हिस्सा है और अजित पवार डिप्टी सीएम हैं। अब अजित पवार ने एलान किया है कि उनकी पार्टी NCP और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) मिलकर चुनाव लड़ेंगे। यह गठबंधन पिंपरी-चिंचवड के चुनाव के लिए हुआ है। इस मौके पर अजित पवार ने कहा है कि इसके जरिए परिवार भी साथ आएगा।

 

इससे पहले रविवार को ही बारामती में शरद पवार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उद्घाटन के मौके पर गौतम अडाणी की मौजूदगी में पवार परिवार एक ही मंच पर दिखा था। शरद पवार ने जब गौतम अडाण का स्वागत किया तो मंच पर सुप्रिया सुले और अजित पवार थे। अजित और शरद पवार ने मिलकर गौतम अडाणी का अभिवादन किया।

 

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तलवड़े में एक रैली को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा, 'पिंपरी-चिंचवड में घड़ी के निशान वाली NCP और तुरही के निशान वाली NCP मिलकर निकाय चुनाव लड़ेंगी। जैसा कि बहुत सारे लोग चाहते थे तो परिवार साथ आ रहा है।' अजित पवार ने यह भी बताया कि दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी सहमति बन गई है और 2 दिन में उसकी घोषणा भी कर दी जाएगी।

क्यों साथ आया पवार परिवार?

 

साथ आने के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अजित पवार ने कहा, 'हम एक किसान परिवार हैं। हमारी जाति किसान है। महाराष्ट्र के किसानों के हित में कुछ फैसले लेने होते हैं।' रोचक बात है कि 2017 में जब चुनाव हुए थे तब वार्ड 12 में अविभाजित NCP ने सभी 4 सीटों पर चुनाव जीते थे। अजित पवार ने इस वार्ड के लिए NCP के उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है। अजित पवार ने इसी के साथ अपने चाचा यानी शरद पवार की तारीफ भी की कि उनके चलते ही हिंजेवाड़ी में आईटी पार्क बना और इस शहर का विकास हो सका।


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पिंपरी-चिंचवड इतना अहम क्यों?

 

जिस तरह से BMC लंबे समय से ठाकरे परिवार का मजबूत किला रहा है, ठीक उसी तरह से पिंपरी-चिंचवड पवार परिवार के लिए अहम माना जाता है। अजित पवार की अगुवाई पहले कांग्रेस के लिए पवार परिवार ने 1992 से 1999 क इस पर कब्जा जमाया। 1999 से 2017 तक तक एनसीपी का कब्जा रहा। हालांकि, साल 2017 में बीजेपी ने 128 में से 77 सीटें जीतकर एनसीपी के पैरों तले जमीन खिसका दी थी। शायद यही वजह है कि अपना गढ़ बचाने को लेकर अब परिवार परिवार एक हो रहा है।


ऐसे में बीजेपी का नाम लिए बिना उस पर तंज कसते हुए अजित पवार ने कहा, 'एक समय पर पिंपरी-चिंचवड म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन एशिया के सबसे अमीर कॉर्पोरेशन में से एक था। आज यह कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है और भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। पहले के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ।'

 

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अजित पवार ने वादा किया है कि सभी समुदायों के लोगों को NCP का टिकट दिया जाएगा और युवाओं के साथ-साथ अनुभवी नेताओं को भी तरजीह दी जाएगी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा,  'औरतों को डराया जा रहा है। ऐसी राजनीति कभी नहीं देखी गई। लोगों ने मुझे बताया है कि उन्हें धमकी दी जा रही है कि उनका कंस्ट्रक्शन का काम रोक दिया जाएगा। लोगों को इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।'