आमतौर पर विपक्ष सत्तापक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आती है। मगर हरियाणा में एक अलग ही मामला सामने आया है, जहां बीजेपी के पार्षद अपने ही चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ गए हैं। मामला बहादुरगढ़ के BDPO दफ्तर में ब्लॉक समिति की बैठक का है, जहां 29 में से 20 पार्षद मौजूद थे। सभी 20 पार्षदों ने चेयरपर्सन वर्षा गौतम के खिलाफ वोट करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने का समर्थन किया।

 

पार्षदों ने चेयरपर्सन वर्षा गौतम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। बैठक के बाद एडीसी जगनिवास ने ने बताया कि निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बजट के बावजूद ठप पड़े काम

दावा किया जा रहा है कि बजट होने के बावजूद काम ठप पड़े हुए हैं। एडीसी का दावा है कि 8-9 करोड़ रुपये का बजट होने के बाद भी लंब समय से गांवों में विकास कार्य ठप पड़े हुए थे। इससे ग्रामीणों में नारजगी है।

 

पार्षदों का दावा है कि नए साल में नया चेयरमैन चुना जाएगा और उसके बाद ठप पड़े कामों को शुरू किया जाएगा।

 

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वर्षा गौतम का क्या है कहना?

वहीं, चेयरपर्सन वर्षा गौतम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने दावा किया कि विकास कार्यों में कभी कोई अनियमितता नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कुछ पार्षद राजनीतिक दबाव में आकर यह कम उठा रहे हैं।