देश के 4 राज्यों की कुल 5 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। तीन सीटों पर संबंधित राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने जीत हासिल की है तो 2 सीटों पर विपक्षियों को जीत मिली है। पंजाब की लुधियाना वेस्ट और गुजरात की विसावदर सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने जीत हासिल की है। वहीं, गुजरात की कडी सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी साख बचाने में कामयाब हुई है। केरल की नीलांबुर सीट पर कांग्रेस के आर्यदान शौकत ने जीत हासिल करके एक बार फिर से यह सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी है। AAP के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा और दिग्गज नेता गोपाल इटालिया अपना-अपना चुनाव जीत गए हैं।

 

रोचक बात है कि अब संजीव अरोड़ा के चुनाव जीतने से AAP के पास एक राज्यसभा सीट खाली हो जाएगी। इसी सीट को लेकर चर्चाएं हैं कि खुद अरविंद केजरीवाल या AAP का कोई बड़ा नेता राज्यसभा जा सकता है। हालांकि, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के नाम को लेकर AAP इनकार करती रही है। 

 

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लुधियाना वेस्ट में जीते संजीव अरोड़ा

 

पंजाब की लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक रहे गुरप्रीत सिंह गोगी के निधन की वजह से यह सीट खाली हुई थी। यहां से AAP ने अपने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को चुनाव में उतारा था। वहीं, कांग्रेस ने पिछला चुनाव हारने वाले भारत भूषण आशू को फिर से चुनाव में उतारा था। बीजेपी ने जीवन गुप्ता को टिकट दिया था और शिरोमणि अकाली दल ने परुपकार सिंह को उतारा था। AAP के संजीव अरोड़ा के लिए अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो उन्हें पंजाब सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। अब वह चुनाव जीत गए हैं।

 

 

संजीव अरोड़ा को कुल 35179 वोट मिले हैं। वहीं, कांग्रेस के भारत भूषण आशू को 14542 वोट ही मिले। बीजेपी के जीवन गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 20323 वोट मिले।

 

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गुजरात की विसावदर सीट पर AAP का जलवा जारी

 

गुजरात की विसावदर सीट पर 2022 में AAP के भूपेंद्र भाई भयानी चुनाव जीते थे और BJP के हर्षद कुमार को हराया था। बाद में भूपेंद्र भाई भयानी BJP में शामिल हो गए और उनकी विधायकी समाप्त हो गई। इस सीट पर हुए उपचुनाव में AAP ने अपने पूर्व अध्यक्ष गोपाल इटालिया को चुनाव में उतारा। वहीं, बीजेपी ने इसी सीट से पूर्व विधायक रहे किरीट पटेल को टिकट दिया। कांग्रेस ने यहां से नितिन रनपारिया को उतारा था। 

अब गोपाल इटालिया ने 75942 वोट हासिल करके इस सीट से बड़ी जीत हासिल की है। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के किरीट पटेल को 48388 वोट मिले हैं कांग्रेस के नितिन रनपारिया को सिर्फ 5501 वोट ही मिले।


केरल के नीलांबुर में कांग्रेस ने पलटी बाजी

 

केरल की नीलांबुर विधानसभा सीट से कांग्रेस लगातार दो चुनाव हार चुकी थी। हालांकि, निर्दलीय विधायक रहे पीवी अनवर के अचानक इस्तीफा देने से यह सीट खाली हो गई थी। कांग्रेस ने मौका देखा और आर्यदान शौकत को चुनाव में उतार दिया। लगातार दो चुनाव जीत चुके पी वी अनवर का इस बार बुरा हाल हुआ और वह तीसरे नंबर पर रहे।

 

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कांग्रेस के आर्यदान शौकत ने कुल 77,737 वोट हासिल करके इस सीट से जीत हासिल की है। वहीं, सीपीएम के एम स्वराज को कुल 66,660 वोट मिले दौर वह दूसरे नंबर पर रहे। बता दें कि आर्यदान शौकत इसी सीट से 8 बार के विधायक रहे आर्यदान मोहम्मद के बेटे हैं। 2016 में पी वी अनवर ने पहली बार आर्यदान शौकत को ही हराकर चुनावी जीत हासिल की थी। बीजेपी के मोहन जॉर्ज को यहां सिर्फ 8648 वोट मिले हैं।

गुजरात के कडी में BJP की हैट्रिक

 

गुजरात की कडी विधानसभा सीट नितिन पटेल की विधानसभा के रूप में चर्चित रही हैं। हालांकि, 2009 से पहले यह सीट आरक्षित नहीं हुआ करती थी। 2022 में यहां से बीजेपी के कर्षन भाई सोलंकी चुनाव जीते थे लेकिन फरवरी 2025 में उनके निधन के चलते यह सीट खाली हो गई थी। इस बार बीजेपी ने यहां से राजेंद्र चावड़ा को, कांग्रेस ने रमेश चावड़ा को और आम आदमी पार्टी ने जगदीप चावड़ा को टिकट दिया था।

BJP के राजेंद्र चावड़ा को कुल 99742 वोट मिले और वह विजेता बने हैं। वहीं, कांग्रेस के रमेश चावड़ा को 60290 वोट मिले हैं। इसके अलावा, AAP के जगदीश चावड़ा को सिर्फ 3090 वोट ही मिले। इस तरह बीजेपी ने यह सीट अपने कब्जे में बरकरार रखी है।

 

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बंगाल के कालीगंज में TMC का जलवा

 

पश्चिम बंगाल की कालीगंज विधानसभा सीट पर साल 2021 में तृणमूल कांग्रेस के नसीरुद्दीन अहमद चुनाव जीते थे। फरवरी 2025 में उनका निधन हो जाने के चलते यह सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर हुए उपचुनाव में TMC ने नसीरुद्दीन अहमद की बेटी अलीफा अहमद को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने काबिलुद्दीन शेख और बीजेपी ने आशीष घोष को चुनाव में उतारा था।

 

अलीफा अहमद को कुल 102759 वोट मिले हैं और वह चुनाव जीत गई हैं। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के आशीष घोष को कुल 52710 वोट मिले हैं। कांग्रेस के काबिलुद्दीन शेख को सिर्फ 28348 वोट ही मिले हैं।