हाल ही में विधानसभा में भाषण देते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली पुलिस के लिए 'ठुल्ला' शब्द का प्रयोग किया था। इस बात को लेकर मीडिया में उनकी आलोचना भी हुई क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में पुलिसवालों के लिए ठुल्ला शब्द अच्छा नहीं माना जाता है और यह उनकी गरिमा को कम करके बुलाया जाने वाला शब्द माना जाता है।
अब रेखा गुप्ता ने इस पर अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली पुलिस को ठु्ल्ला कहना अपनी गलती मानी। सीएम बनने पर सोशल मीडिया पर रेखा गुप्ता के कुछ ट्वीट्स वायरल होने लगे थे जिसमें कथित तौर पर उन्होंने कुछ अपशब्दों का प्रयोग किया था।
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क्यों कहा था ठुल्ला?
इस पर बात करते हुए रेखा गुप्ता ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में धीरे-धीरे करके एक लेवल आता है. शायद जब हम बचपन में बोलते होंगे तो भाषा पर हमार उतना कमांड नहीं होता होगा जब हम और बड़े हुए होंगे तो हमारे किसी वाक्य में उतनी मच्योरिटी नहीं रही होगी और ऐसा हर किसी के जीवन में होता है सिर्फ मेरे ही जीवन में नहीं है। ऐसा नहीं है कि मैं सीखी-सिखाई, पढ़ी-पढ़ाई मुख्यमंत्री बनी हूं।
अनेक मंचों पर मुझसे गलतियां हुई होंगी। ठुल्ला शब्द को लेकर उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाना या अपमान करना नहीं था या किसी की फीलिंग को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था। उन्होंने कहा कि कभी हमसे कोई गलती हो सकती है नासमझी हो सकती है लेकिन हमेशा ऐसा कोई इंटेंशन नहीं होता है। कोई गलती होती है तो उसे स्वीकार करके आगे के लिए सही करना चाहिए और मुझे इस बात का अहसास है।
केजरीवाल ने भी कहा था ठुल्ला
ऐसा नहीं है कि रेखा गुप्ता पहली सीएम हैं जिन्होंने पुलिसकर्मी को ठुल्ला कहा है। इससे पहले दिल्ली के पूर्व सीएम ने भी साल 2016 में एक इंटरव्यू के दौरान अपने एक बयान में इस शब्द का प्रयोग किया था। उनके इस बयान को बात इतनी बढ़ी कि मामला कोर्ट तक पहुंच गया था। दिल्ली पुलिस के ही एक कॉन्सटेबल ने केजरीवाल के ऊपर मानहानि का मुकदमा कर दिया था। हालांकि, बाद में उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था।
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केजरीवाल के काम पर क्या बोलीं सीएम?
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में रेखा गुप्ता से जब पूछा गया कि क्या केजरीवाल का कोई भी काम ऐसा है जिसकी तारीफ की जा सके तो उन्होंने कहा कि जो वादे उन्होंने किए थे अगर उसका 50 प्रतिशत भी उन्होंने कर दिया होता तो दिल्ली की हालत कुछ और होती।
उन्होंने कहा कि यहां आटे में नमक वाली स्थिति नहीं है बल्कि नमक में ही आटा है। केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में दिल्ली में इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में कोई विकास नहीं हुआ है। मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर अपने लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है जो कि उनके लिए उनके कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं।