हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन महीना वर्ष का अंतिम मास है, जो हिंदू नववर्ष चैत्र मास से पहले आता है। बता दें कि इस महीने को धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस महीने में होलिका दहन और होली जैसे प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं, जो भगवान विष्णु की उपासना के लिए समर्पित हैं।
शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि फाल्गुन मास को भगवान शिव और श्रीकृष्ण की उपासना के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने में महाशिवरात्रि का पर्व आता है, जिसे भगवान शिव और माता पार्वती के पवित्र विवाह का प्रतीक माना जाता है। साथ ही, यह महीना रंगों के महापर्व होली का भी प्रतीक है, जिसमें भक्तगण प्रेम, सौहार्द और भक्ति का रंग भरते हैं।
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फाल्गुन मास का श्लोक
संस्कृत ग्रंथ में इस मास की महिमा का वर्णन करते हुए कहा गया है-
'फाल्गुने मासि ये भक्त्या शिवं पूजयते नरः।
सर्वपापविनिर्मुक्तः शिवलोकं स गच्छति।।'
अर्थात, जो व्यक्ति फाल्गुन मास में श्रद्धा से भगवान शिव की पूजा करता है, वह समस्त पापों से मुक्त होकर शिवलोक को प्राप्त करता है।
फाल्गुन मास के प्रमुख देवी-देवता और उनकी उपासना
भगवान शिव
फाल्गुन मास को शिव उपासना के लिए विशेष माना जाता है। इस माह की महाशिवरात्रि को अत्यधिक शुभ माना जाता है, क्योंकि इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस दिन शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, जल और गंगाजल चढ़ाने से विशेष फल प्राप्त होता है। कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में शांति आती है।
श्री कृष्ण
फाल्गुन माह श्री कृष्ण भक्ति के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इसी महीने में ब्रजभूमि के साथ-साथ देशभर में रंगों का त्योहार होली पर्व मनाया जाता है, जो श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है। इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में आनंद, प्रेम और समृद्धि का संचार होता है।
देवी लक्ष्मी
फाल्गुन मास के दौरान विशेष रूप से शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक संपन्नता और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। इस महीने में देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए नियमित रूप से श्रीसूक्त का पाठ करना शुभ माना जाता है।
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फाल्गुन मास में उपासना का महत्व
फाल्गुन महीना केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह आत्मिक और मानसिक शुद्धि का भी समय होता है। इस माह में दान-पुण्य, सत्संग, जप-तप और साधना करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति इस महीने में भगवान शिव, श्री कृष्ण और देवी लक्ष्मी की पूजा करता है, उन्हें मोक्ष प्राप्ति, सौभाग्य, समृद्धि और मानसिक शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही कारण है कि फाल्गुन माह को हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ और पावन माना जाता है।
Disclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। Khabargaon इसकी पुष्टि नहीं करता।