भारतीय टीम ने एशिया कप के पहले 6 संस्करणों में 4 खिताब जीत लिए थे लेकिन उसे अगले टाइटल के लिए 15 साल तक इंतजार करना पड़ा। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2010 एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को हराकर यह सूखा खत्म किया। साथ ही भारतीय टीम ने श्रीलंका से लगातार दो एशिया कप फाइनल की हार का बदला भी चुकता कर लिया।

भारत-पाकिस्तान मुकाबले में गरमाया था माहौल

एशिया कप 2010 का आयोजन श्रीलंका के दाम्बुला में हुआ। 15 जून से 24 जून तक चले इस टूर्नामेंट में भारत और श्रीलंका के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमें उतरी थीं। इन चारों टीमों के बीच टूर्नामेंट रॉउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया। भारतीय टीम ने अपने पहले मुकाबले में बांग्लादेश को 6 विकेट से हराकर शानदार शुरुआत की। इसके बाद उसने हाई-वोल्टेज मुकाबले में पाकिस्तान को 3 विकेट से धूल चटा दी।

 

भारत और पाकिस्तान के बीच इस एशिया कप मुकाबले में काफी गहमागहमी देखने को मिली थी। पहले गौतम गंभीर और कामरान अकमल के बीच बहस हुई थी। फिर हरभजन सिंह और शोएब अख्तर में लड़ाई हो गई। हरभजन ने शोएब अख्तर की गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को रोमांचक जीत दिलाने के बाद शेर की तरह दहाड़ लगाई थी। उन्हें पाकिस्तानी गेंदबाज ने कुछ कहने का प्रयास किया, जिसका उन्होंने मुंहतोड़ जवाब दिया। हरभजन के इस छ्क्के ने पाकिस्तान को टूर्नामेंट से भी बाहर कर दिया था।

 

यह भी पढ़ें: रॉस टेलर ने रिटायरमेंट से लिया यू-टर्न, अब सामोआ के लिए खेलेंगे

फाइनल में श्रीलंका को दी करारी शिकस्त

खिताबी मुकाबले से ठीक से पहले भारत और श्रीलंका के बीच आखिरी ग्रुप मैच खेला गया। मेजबान टीम ने भारत को 209 रन पर समेटने के बाद 7 विकेट से आसान जीत दर्ज की। टीम इंडिया के लिए यह हार आंखें खोलने वाली थी। धोनी ब्रिगेड ने इस हार से सबक लिया और फाइनल में बेहतरीन ऑलराउंड खेल दिखाया। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 268 रन का स्कोर खड़ा किया। दिनेश कार्तिक ने सबसे ज्यादा 66 रन का योगदान दिया। विराट कोहली (28), धोनी (38), रोहित शर्मा (41), सुरेश रैना (29) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 25) ने उपयोगी पारियां खेली।

 

इसके बाद आशीष नेहरा ने रन चेज में श्रीलंका की हालत खराब कर दी। उन्होंने श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगाकारा, माहेला जयवर्धने और एंजेलो मैथ्यूज का विकेट झटक मैच का पासा पलट दिया। प्रवीण कुमार और जहीर खान ने मेजबान टीम के ओपनर्स तिलकरत्ने दिलशान और उपुल थरंगा को निपटाया तो नेहरा ने मीडिल ऑर्डर को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया। इस तिकड़ी की बेहतरीन गेंदबाजी से श्रीलंकी आधी टीम 51 रन पर सिमट गई थी। चमारा कापुगेदेरा (55) और तिलिना कंदाम्बी (31) ने कुछ देर के लिए संघर्ष दिखाया लेकिन उस दिन टीम इंडिया को जीत से रोकना नामुमकिन सा था। धोनी के धुरंधरों ने श्रीलंका की पूरी पारी 44.4 ओवर में ढेर कर 81 रन से बड़ी जीत हासिल की और खिताब पर कब्जा जमा लिया।

 

यह भी पढ़ें: गुवाहाटी में पहली बार होगा टेस्ट मैच... BCCI वेन्यू कैसे चुनता है?

एशिया कप 2010 में भारत के मैचों के नतीजे

  • पहला मैच - भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराया
  • दूसरा मैच - भारत ने पाकिस्तान को 3 विकेट से हराया
  • तीसरा मैच - भारत ने श्रीलंका को 7 विकेट से हराया
  • फाइनल - भारत ने श्रीलंका को 81 रन से हराया

एशिया कप 2010 में सबसे ज्यादा रन

  • शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान) - 265 रन
  • गौतम गंभीर (भारत) - 203 रन
  • कुमार संगाकारा (श्रीलंका) - 184 रन
  • एमएस धोनी (भारत) - 173 रन
  • माहेला जयवर्धने (श्रीलंका) - 161 रन
  • जुनैद सिद्दिकी (बांग्लादेश) - 135 रन
  • रोहित शर्मा (भारत) - 132 रन

एशिया कप 2010 में सबसे ज्यादा विकेट

  • लसिथ मलिंगा (श्रीलंका) - 9 विकेट
  • आशीष नेहरा (भारत) - 6 विकेट
  • जहीर खान (भारत) - 6 विकेट
  • प्रवीण कुमार (भारत) - 6 विकेट
  • परवीज महरूफ (श्रीलंका) - 5 विकेट
  • शाकिब अल हसन (बांग्लादेश) - 5 विकेट
  • शफिउल इस्लाम (बांग्लादेश) - 5 विकेट

एशिया कप के इन संस्करणों में चैंपयिन बना है भारत

  • 1984
  • 1988
  • 1990/91
  • 1995
  • 2010
  • 2016
  • 2018
  • 2023