logo

ट्रेंडिंग:

एशिया कप 2008: मेंडिस का वह जादुई स्पेल, जिसने भारत से छीनी ट्रॉफी

पाकिस्तान की मेजबानी में खेले गए एशिया कप 2008 के फाइनल में भारत और श्रीलंका की टक्कर हुई, जिसमें अजंता मेंडिस की फिरकी का जादू चला था। मेंडिस ने अकेले दम पर श्रीलंका को झोली में खिताब डाल दिया।

Ajantha Mendis

विकेट लेने के बाद अजंता मेंडिस को बधाई देते माहेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा। (Photo Credit: ICC/X)

साल 2008 में एशिया कप पहली बार पाकिस्तान पहुंचा। 1984 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का यह नौवां संस्करण था लेकिन पाकिस्तान में इसका पहली बार आयोजन हो रहा था। 24 जून से 6 जुलाई तक चलने वाले टूर्नामेंट के मैचों की मेजबानी लाहौर और कराची को दी गई थी। भारत ने इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत 25 जून को हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ की। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना के शतकों की मदद से टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 374 रन का स्कोर खड़ा किया और फिर हॉन्ग कॉन्ग को 118 पर समेट दिया।

 

धोनी के धुरंधरों ने इसके बाद पाकिस्तान को 6 विकेट से रौंदकर धमाकेदार अंदाज में सुपर-4 में एंट्री ली। यहां भी भारतीय टीम का जलवा बरकरार रहा और उसने बांग्लादेश को 7 विकेट से धूल चटाई। हालांकि अगले मैच में उसे पाकिस्तान ने 8 विकेट से करारी हार थमा दी। टीम इंडिया ने इसके बाद कोई गलती नहीं की और सुपर 4 के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर शान से फाइनल में जगह बनाई, जहां उसका सामना इसी टीम से हुआ। टूर्नामेंट में भारत के हाथों दो बार पिट चुके श्रीलंकाई खिलाड़ी इस बार पलटवार के लिए तैयार थे।

 

यह भी पढ़ें: रॉस टेलर ने रिटायरमेंट से लिया यू-टर्न, अब सामोआ के लिए खेलेंगे

फाइनल में जयसूर्या-मेंडिस ने ढाया कहर

एशिया कप 2008 का फाइनल 6 जुलाई को कराची में खेला गया। भारतीय कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। उनका यह फैसला सही भी साबित होता दिखा, 66 रन तक श्रीलंका को 4 झटके लग चुके थे। सुरेश रैना ने कुमार संगाकारा (4) को रन आउट कर श्रीलंका के विकेटों के पतन की शुरुआत की। इसके बाद ईशांत शर्मा ने श्रीलंकाई कप्तान माहेला जयवर्धने (4), चामारा कापुगेदेरा (5) और चामारा सिल्वा (0) जैसे बल्लेबाज को पवेलियन भेजा दिया। हालांकि एक छोर पर विस्फोटक ओपनर सनत जयसूर्या टिके हुए थे।

 

जयसूर्या ने तिलकरत्ने दिलशान (56) के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी की और श्रीलंका को मुसीबत से निकाला। उन्होंने 114 गेंद में 9 चौके और 5 छक्कों की मदद से 125 रन की यादगार पारी खेली। लोअर ऑर्डर में नुवान कुलसेखरा ने 29 गेंद में नाबाद 29 रन बनाकर श्रीलंका को 273 के स्कोर तक पहुंचाया। भारत की ओर से ईशांत के अलावा आरपी सिंह ने भी 3 विकेट लिए, जबकि इरफान पठान को 2 सफलता मिली।

 

पांचवीं बार एशिया कप पर कब्जा जाने के लिए 274 रन का टारगेट हासिल करने उतरी भारतीय टीम को वीरेंद्र सहवाग ने अच्छी शुरुआत दी। उन्होंने गंभीर (6) के साथ पहले विकेट के लिए 36 रन जोड़े और धुआंधार बैटिंग करते हुए 9 ओवर में ही भारत का स्कोर 70 के पार पहुंचा दिया। सब कुछ भारत के हिसाब से सही चल रहा था। तभी जयवर्धन ने पावरप्ले का आखिरी ओवर डालने के लिए मिस्ट्री स्पिनर अजंता मेंडिस को बुलाया। मेंडिस ने आते ही सहवाग का विकेट चटका दिया। मेंडिस की दूसरी गेंद पर सहवाग बड़ा शॉट खेलने के लिए आगे निकले थे। वह 36 गेंद में 12 चौकों की मदद से 60 रन बनाकर स्टंप आउट हुए। मेंडिस ने इसके एक गेंद बाद ही नए बल्लेबाज युवराज सिंह (0) को बोल्ड कर मैच का पासा पलट दिया।

 

यह भी पढ़ें: गुवाहाटी में पहली बार होगा टेस्ट मैच... BCCI वेन्यू कैसे चुनता है?

 

मेंडिस की फिरकी पर थिरके भारतीय बल्लेबाज

अंजता मेंडिस ने सहवाग और युवराज को आउट करने के बाद रैना (16) और रोहित शर्मा (3) को पवेलियन भेज 97 के स्कोर पर भारत की आधी पारी समेट दी। धोनी एक छोर पर डटे हुए थे लेकिन दूसरे छोर से एक के बाद एक लगातार विकेट गिरते चले गए। मेंडिस ने इरफान पठान (2) और आरपी सिंह (0) को लगातार गेंदों पर आउट कर भारत की हार तय कर दी। इसके बाद धोनी का संयम भी जवाब दे गया। वह 74 गेंद में 49 रन बनाकर 9वें विकेट के रूप में आउट हुए। उन्हें चमिंडा वास ने अपना शिकार बनाया।

 

कुलसेखरा ने ईशांत शर्मा (8) को क्लीन बोल्ड किया और इस तरह से टीम इंडिया 173 पर ऑलआउट हो गई। उसे खिताबी मुकाबले में 100 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा। मेंडिस ने अपने 8 ओवर के स्पेल में 1 मेडन रखते हुए सिर्फ 13 रन खर्चे और 6 विकेट अपनी झोली में डाले। एशिया कप के इतिहास में यह आज तक किसी गेंदबाज का बेस्ट बॉलिंग फिगर है।

 

एशिया कप 2008 फाइनल में भारत की प्लेइंग-XI: गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, रॉबिन उथप्पा, इरफान पठान, आरपी सिंह, प्रज्ञान ओझा, ईशांत शर्मा

एशिया कप 2008 में भारत के मैचों के नतीजे

  • पहला ग्रुप मैच - भारत ने हॉन्ग कॉन्ग को 256 रन से हराया
  • दूसरा ग्रुप मैच - भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया
  • तीसरा ग्रुप मैच - भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया
  • सुपर 4 - पाकिस्तान ने भारत को 8 विकेट से हराया
  • सुपर 4 - भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया
  • फाइनल - श्रीलंका ने भारत को 100 रन से हराया

एशिया कप 2008 में सबसे ज्यादा रन

  • सनत जयसूर्या (श्रीलंका) - 378 रन
  • सुरेश रैना (भारत) - 372 रन
  • वीरेंद्र सहवाग (भारत) - 348 रन
  • कुमार संगाकारा (श्रीलंका) - 345 रन
  • एमएस धोनी (भारत) - 327 रन
  • यूनिस खान (पाकिस्तान) - 296 रन

एशिया कप 2008 में सबसे ज्यादा विकेट

  • अजंता मेंडिस (श्रीलंका) - 17 विकेट
  • मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) - 11 विकेट
  • सोहैल तनवीर (पाकिस्तान) - 10 विकेट
  • इफ्तिखार अंजुम (पाकिस्तान) - 9 विकेट
  • आरपी सिंह (भारत) - 7 विकेट
  • अब्दुर रज्जाक (बांग्लादेश) - 7 विकेट

एशिया कप के इन संस्करणों में चैंपयिन बना है भारत

  • 1984
  • 1988
  • 1990/91
  • 1995
  • 2010
  • 2016
  • 2018
  • 2023

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap