भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला रविवार (19 अक्टूबर) को पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। वर्षा से प्रभावित इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से आसान जीत हासिल की। बारिश के कारण मैच 26-26 ओवर का हुआ। टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम 9 विकेट के नुकसान पर 136 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया के DLS मेथड के तहत 131 रन का टारगेट मिला, जिसे उसने 21.1 ओवर में ही 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
रोहित-कोहली फ्लॉप
223 दिन बाद टीम इंडिया की जर्सी में उतरे रोहित शर्मा और विराट कोहली फ्लॉप साबित हुए। रोहित जहां 14 गेंद में 8 रन बनाकर पवेलियन लौटे, वहीं कोहली 8 गेंद खेलकर खाता भी नहीं खोल सके। कोहली ऑस्ट्रेलिया में वनडे मैचों में पहली पारी जीरो पर आउट हुए। रोहित का विकेट जोश हेजलवुड ने चटकाया, जबकि कोहली को मिचेल स्टार्क ने चलता किया।
कोहली एक बार फिर बाहर जाती गेंद पर अपना विकेट फेंक बैठे। दूर की गेंद को उन्होंने ड्राइव करने का प्रयास किया था, जो उनके बल्ले का बाहरी मोटा किनारा लेकर बैकवर्ट पॉइंट की ओर गई, जहां खड़े कूपर कोनोली ने अपनी दाईं ओर डाइव लगाकर बेहतरीन कैच लपका। इसके बाद बतौर कप्तान अपना पहला वनडे मैच खेल रहे शुभमन गिल भी पावरप्ले के अंदर चलते बने। वह 18 गेंद में 10 रन बनाकर नाथन एलिस का शिकार बने।
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काम नहीं आई विकेट बचाए रखने की रणनीति
पावरप्ले की समाप्ति पर भारत का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 25 रन था। अब श्रेयस अय्यर और नंबर-5 पर प्रमोट किए गए अक्षर पटेल पर जिम्मेदारी थी कि वे भारत की पारी को संभालें। उप-कप्तान श्रेयस और अक्षर ने संभलकर बैटिंग करते हुए भारत की पारी को आगे बढ़ाई लेकिन बारिश के लगातार खलल डालने के कारण वे कभी सेटल नहीं हो पाए। बार-बार खेल रुकने की वजह से श्रेयस (11) का ध्यान भटका और वह हेजलवुड की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। इसके बाद केएल राहुल ने क्रीज पर कदम रखा। उनके आते ही कुछ ही गेंदों का खेल हुआ था कि बूंदा-बांदी शुरू हो गई और खेल को चौथी बार रोकना पड़ा।
इस बार बारिश तेज होती गई और खेल लंबे समय तक रुका। जब मौसम साफ हुआ तब 32-32 ओवर के हो चुके मैच में फिर से ओवरों में कटौती की गई और मुकाबले को 26-26 ओवर का कर दिया गया। इस समय भारत का स्कोर 16.4 ओवर में 52/4 था। यानी टीम इंडिया की पारी में अब 9.2 ओवर ही डाले जाने थे। राहुल और अक्षर ने गियर बदला और अगली 14 गेंद में 5 चौके ठोक दिए। हालांकि वे इसे बरकरार नहीं रख सके। अक्षर (31) 20वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट हो गए।
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राहुल ने अगले ओवर में दो छक्के लगाकर रनगति बढ़ाने की कोशिश की लेकिन वह अकेले पड़ गए। दूसरे छोर से वॉशिंगटन सुंदर बड़े शॉट लगाने में नाकाम रहे। सुंदर (10) और राहुल (38) लगातार ओवरों में आउट हुए, जिससे भारत के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। वनडे इंटरनेशनल डेब्यू कर रहे नीतीश कुमार रेड्डी ने आखिरी ओवर में 2 छक्के लगाकर भारत को 130 के पार पहुंचाया लेकिन यह नाकाफी था।
मिचेल मार्श की कप्तानी पारी
छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरे ही ओवर में ट्रेविस हेड के रूप में बड़ा झटका लगा। अर्शदीप सिंह ने हेड (8) को डीप पॉइंट फील्डर के हाथों लपकवाया। इसके बाद कप्तान मिचेल मार्श ने कुछ बड़े शॉट खेलकर ऑस्ट्रेलिया पर से दबाव हटाया।
अक्षर पटेल ने मैथ्यू शॉर्ट (8) को आउट कर भारत की वापसी की उम्मीदें जगाई लेकिन मार्श एक छोर पर डटे रहे और जोश फिलिप (37) के साथ तीसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी कर मुकाबला एकतरफा बना दिया। 99 के स्कोर पर तीसरे विकेट के रूप में फिलिप के आउट होने के बाद मार्श और मैट रेनशॉ ने ऑस्ट्रेलिया को आसानी से लक्ष्य तक पहुंचाया। मार्श 52 गेंद में 2 चौके और 3 छक्के की मदद से 46 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं रेनशॉ ने वनडे डेब्यू पर 24 गेंद में नाबाद 21 रन बनाए। भारत की ओर से अर्शदीप, अक्षर और सुंदर ने 1-1 विकेट लिए।