क्रिकेट में एक नया फॉर्मेट दस्तक देने के लिए तैयार है। टेस्ट, ODI, टी20 और टी10 के बाद अब 'टेस्ट ट्वेंटी' शुरू होना जा रहा है। इसमें टेस्ट और टी20 दोनों का तड़का देखने को मिलेगा। टेस्ट ट्वेंटी से जुड़े लोगों का कहना है कि यह क्रिकेट का चौथा फॉर्मेट होगा। हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस पर कुछ नहीं कहा है। ICC सिर्फ 3 फॉर्मेट - टेस्ट, ODI और टी20 को मान्यता देता है।
टेस्ट ट्वेंटी का ऑफिशियल अनावरण 16 अक्टूबर को हुआ। यह फॉर्मेट 'वन वन सिक्स नेटवर्क' के एग्जीक्यूटिव चैयरमैन गौरव बहिरवानी के दिमाग की उपज है। उनका कहना है इससे वर्ल्ड क्रिकेट के भविष्य को मंच मिलेगा। उभरती प्रतिभाओं की खोज करने और उन्हें निखारने की सोच से इसे शुरू किया जा रहा है।
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इसमें कौन-कौन से खिलाड़ी खेलेंगे?
टेस्ट ट्वेंटी का आगाज अगले साल जनवरी में होगा। इस नए फॉर्मेट के टूर्नामेंट में छह फ्रेंचाइजी टीमें शामिल होंगी। इसमें 3 फ्रेंचाइजी भारत की होगी, जबकि अन्य दुबई, लंदन और अमेरिका से होगी। इस टूर्नामेंट में 13 से 19 साल तक के खिलाड़ी ही खेल पाएंगे। उन्हें पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। प्लेयर रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है।
पहले 1000 खिलाड़ियों का पुल तैयार किया जाएगा। इसके बाद ग्लोबल ऑक्शन के लिए 300 प्लेयर्स शॉर्टलिस्ट होंगे। इन्हीं 300 प्लेयर्स में से फ्रेंचाइजियां अपनी 16 सदस्यीय स्क्वॉड बनाएंगी। बता दें कि हर फ्रेंचाइजी में 8 भारतीय और 8 इंटरनेशनल प्लेयर्स को जगह मिलेगी।
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टेस्ट ट्वेंटी का नियम क्या है?
टेस्ट ट्वेंटी फॉर्मेट में 80 ओवर का मैच होगा। इसमें टेस्ट की तरह 4 पारियां होंगी। यानी टीमें 2-2 पारियों में बैटिंग करेंगी। हालांकि टी20 फॉर्मेट की तरह एक पारी 20 ओवर की ही होगी। टेस्ट ट्वेंटी फॉर्मेट में टेस्ट के जैसे ही कोई टीम बढ़त हासिल करेगी और मुकाबलों जीत, हार, टाई या ड्रॉ पर भी छूट सकता है। मैच ड्रॉ कराने के लिए चौथी पारी में बैटिंग कर रही टीम को आखिरी गेंद तक अपने कम से 5 विकेट बचाए रखने होंगे। अगर मुकाबला ड्रॉ होता है तो इसके बाद सुपर ओवर खेला जाएगा।
इसमें फॉलोऑन भी लागू किया जा सकेगा। अगर पहली पारी में बैटिंग करने वाली टीम 75 रन की बढ़त हासिल कर लेती है तो वह विपक्षी टीम को फॉलोऑन के लिए मजबूर कर सकती है। टेस्ट क्रिकेट में 200 रन की बढ़त पर ही फॉलोऑन लागू होता है लेकिन यह छोटा फॉर्मेट हैं, इसलिए 75 रन पर ही फॉलोऑन लागू होगा।
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टेस्ट ट्वेंटी में यह है अजीब नियम
इस फॉर्मेट में 'early collapse clause' शामिल है। यह थोड़ा अजीब नियम है। अजीब इसलिए कि कोई टीम अपनी अपनी पहली पारी में सामने वाली टीम को 10 से कम ओवर में ऑलआउट कर देती है, तो उसे अपनी पारी में तीन अतिरिक्त ओवर मिलेंगे।
टेस्ट ट्वेंटी के मैच में एक गेंदबाज अधिकतम 8 ओवर ही डाल सकता है। यह कप्तान के ऊपर निर्भर करेगा कि वह अपने गेंदबाज का ओवर कैसे निकलवाएगा। नियम के अनुसार, कप्तान चाहे तो अपने किसी एक गेंदबाज से एक पारी में 3 ओवर और दूसरी पारी में 5 ओवर फेंकवा सकता है। होगा।
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एक ही पॉवरप्ले होगा
टेस्ट ट्वेंटी में दोनों टीमों को एक-एक पॉवरप्ले मिलेगा। यहां भी कप्तान के हाथ में रहेगा कि वह इसका कब इस्तेमाल करेगा। टीम का कप्तान चुन सकता है कि वह पॉवरप्ले को पहली पारी में ले या दूसरी पारी में ले। पॉवरप्ले के दौरान 30 गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 फील्डर को ही रखने की अनुमति होगी।
टेस्ट ट्वेंटी से जुड़े बड़े नाम
टेस्ट ट्वेंटी के एडवाइजरी बोर्ड में हरभजन सिंह, क्लाइव लॉयड, एबी डिविलियर्स और मैथ्यू हेडन जैसे दिग्गज शामिल हैं। डिविलियर्स ने इस फॉर्मेट को लेकर कहा है, 'मुझे पूरा भरोसा है कि यह चौथा फॉर्मेट हमारे खेल में एक नया आयाम जोड़ सकता है। हममें से कई लोगों ने सालों तक टी20 फॉर्मेट का लुत्फ उठाया लेकिन हमें अभी भी टेस्ट क्रिकेट से विशेष लगाव है और हम चाहते हैं कि इसे हमेशा खेला जाए और इसका आनंद लिया जाए।'
वेस्टइंडीज के दिग्गज कप्तान क्लाइव लॉयड ने कहा कि क्रिकेट का हर युग मैंने देखा और मैं यह कह सकता हूं कि इस खेल ने कभी इतनी सोच-समझ के साथ कभी खुद को नहीं ढाला होगा। उनका मानना है कि टेस्ट ट्वेंटी खेल की कला और रिदम को वापस लाएगा और साथ ही मॉडर्न एनर्जी से जीवंत रखेगा।