रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के पहले राउंड के मुकाबले में ही रोमांचक पल देखने को मिला। राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में खेले जा रहे एलीट ग्रुप-बी मैच में सौराष्ट्र ने कर्नाटक के खिलाफ नाटकीय अंदाज में पहली पारी की बढ़त हासिल की। इस मुकाबले में कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। धर्मेंद्र सिंह जडेजा की घातक गेंदबाजी (7 विकेट) के सामने कर्नाटक की टीम 372 रन पर ऑलआउट हुई। देवदत्त पडिक्कल (96), रविचंद्रन स्मरण (77) और करुण नायर (73) ने अर्धशतकीय पारियां खेली।
जवाब में अपनी पहली पारी में बैटिंग करने उतरी सौराष्ट्र की टीम 342 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी थी। मेजबान टीम के ऊपर पहली पारी के आधार पर बढ़त गंवाने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने 29 रन की करिश्माई पारी खेल उसकी नैया पार लगा दी।
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सकारिया को श्रेयस गोपाल भी नहीं रोक सके
चेतन सकारिया और युवराज सिंह डोडिया के रूप में जब सौराष्ट्र की आखिरी जोड़ी क्रीज पर थी, उस समय लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल 7 विकेट झटक चुके थे। मगर वह सौराष्ट्र को पहली पारी की बढ़त दिलाने वाले सकारिया को नहीं रोक पाए। आईपीएल स्टार सकारिया ने गोपाल की ही गेंद पर छक्का जड़कर सौराष्ट्र को कर्नाटक की पहली पारी के स्कोर के पार पहुंचाया। छक्का लगाने के बाद सकारिया का जश्न देखने लायक था। एक गेंद बाद वह गोपाल का शिकार बन गए लेकिन उन्होंने अपना काम कर दिया था, जिसके लिए सौराष्ट्र के ड्रेसिंग रूप में उनका तालियों से स्वागत हुआ।
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रणजी ट्रॉफी में क्यों अहम है पहली पारी की बढ़त?
सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच खेला जा रहा मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है। रणजी ट्रॉफी में ड्रॉ हुए मुकाबलों में पहली पारी में बढ़त हासिल करने वाली टीम को 3 पॉइंट्स मिलते हैं। इसीलिए सकारिया ने सौराष्ट्र को छक्के से बढ़त दिलाने के बाद आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया।
मैच का क्या हाल है?
सौराष्ट्र की पहली पारी 376 रन पर सिमटी। उसे 4 रन की बढ़त मिली। कर्नाटक की टीम अपनी दूसरी पारी में चौथे दिन (18 अक्टूबर) लंच तक 8 विकेट के नुकसान पर 208 रन बना चुकी है। उसके पास 204 रन की बढ़त है। मुकाबले में अब दो ही सेशन का खेल बचा है। देखना होगा कि कर्नाटक की टीम ऑलआउट होने का इंतजार करती है या पारी घोषित कर सौराष्ट्र को लक्ष्य का पीछा करने के लिए बुलाती है।